SSP राजीव मिश्रा में क्या है खूबी, क्यों CM ने किया महीनों इंतजार
आईपीएस अधिकारी राजीव मिश्रा पटना के नए एसएसपी बनाए गए हैं। आखिर उनमें क्या है खूबी जिनके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया महीनों इंतजार।
पटना के नए एसएसपी आईपीएस राजीव मिश्रा बनाए गए हैं। वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। उन्हें एसएसपी बनाए जाने पर सत्ता के गलियारे तथा प्रशासन में यह सवाल घूम रहा है कि आखिर उनमें क्या खूबी है, जिस कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महीनों इंतजार किया। मालूम हो कि पिछले साल दिसंबर में आईपीएस अधिकारी मानवजीत सिंह ढिल्लो को प्रोन्नति मिली थी। तब वे पटना के एसएसपी थे। प्रोन्नति के बाद वे डीआईजी बनाए गए, लेकिन उन्हें एसएसपी पद से मुक्त नहीं किया गया। अब दो महीने से ज्यादा वक्त बितने के बाद राजीव मिश्रा को पटना को नया एसएसपी बनाया गया है।
आईपीएस अधिकारी राजीव मिश्रा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। प्रतिनियुक्ति चार साल के लिए होती है, लेकिन बिहार सरकार ने उन्हें सिर्फ तीन वर्ष पूरा होने पर ही बिहार बुला लिया। याद रहे कि पटना एसएसपी का पद विशेष जिम्मेदारियों से भरा होता है। राजधानी होने के कारण पटना का विशेष महत्व हो जाता है। पटना का एसएसपी बनाए जाने के पीछे जरूर कुछ खास वजह होगी, जो सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही जानते हैं। इसीलिए उन्होंने राजीव मिश्रा पर भरोसा जताया है। राजीव मिश्रा 2010 बैच के अधिकारी हैं। पटना एसएसपी बनने से पहले वे सीबीआई में थे।
SSP राजीव मिश्रा 2014 में चर्चा में आए। तब हाईकोर्ट ने बिहार सरकार को फटकार लगाते हुए राजधानी में अस्त-व्यस्त ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए किसी आईपीएस को नियुक्त करने का आदेश दिया। इसके बाद राजीव मिश्रा ने ट्रैफिक एसपी की जिम्मेदारी संभाली और कई बेहतर प्रयोग किए. इसके बाद ही वे मुख्यमंत्री की पसंद बने। फिर उन्हें संवेदनशाल गया का एसपी बनाया गया था। बाद में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे, लेकिन मुख्यमंत्री की नजर उन पर थी। इसीलिए उन्हें समय पूरा होने से पहले ही बिहार बुला लिया गया।
उधर, आईपीएस अधिकारी मानवजीत सिंह ढिल्लो को भी नई जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें ईओयू में पोस्टिंग दी गई है। मानवजीत सिंह ढिल्लो बिहार कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी छवि सख्त आीपीएस अधिकारी की है।
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