सर्वे से हुआ साबित, भ्रष्टाचार और परिवारवाद में टॉप पर भाजपा
अडानी के चैनल एनडीटीवी के एक सर्वे ने भाजपा की पोल खोल दी है। सर्वे कर्नाटक में हुआ। परिणाम बता रहे हैं कि भ्रष्टाचार व परिवारवाद में टॉप पर है भाजपा।
अडानी के चैनल एनडीटीवी के एक सर्वे ने भाजपा को बैकफुट पर ला दिया है। यही नहीं उसके प्रचार की हवा निकाल दी है। जो भाजपा कांग्रेस में परिवारवाद और विपक्षी दलों में भ्रष्टाचार पर मुखर रही है, अब एनडीटीवी के सर्वे ने पूरा विमर्श ही पलट दिया है। सर्वे का एक हिस्सा एनडीटीवी ने जारी कर दिया है, जिसमें कर्नाटक के लोगों से चार सवाल पूछे गए हैं। भाजपा, कांग्रेस तथा जेडीएस में सबसे ज्यादा भ्रष्ट पार्टी कौन है, तीनों दलों में भाई-भतीजावाद किसमें ज्यादा है, तीनों दलों में कर्नाटक के विकास के लिए कौन बेहतर है और चौथा सवाल कि कौन सा-दल धार्मिक सद्भाव बना सकती है।
#NDTVKarnatakaPoll | कर्नाटक में ज्यादा भ्रष्ट, ज्यादा भाई-भतीजावादी, कर्नाटक के विकास के लिए बेहतर, धार्मिक सद्भाव बनाए रखने वाली पार्टी कौनसी?#ElectionsWithNDTV #KarnatakaElections2023 pic.twitter.com/pFJCpfnIDn
— NDTV India (@ndtvindia) May 2, 2023
कर्नाटक में कौन सी पार्टी ज्यादा भ्रष्ट है सवाल के जवाब में 59 प्रतिशत लोगों ने माना कि भाजपा ज्यादा भ्रष्ट पार्टी है। 35 प्रतिशत लोग मानते हैं कि कांग्रेस ज्यादा भ्रष्ट है। किस पार्टी में भाई-भतीजावाद यानी परिवारवाद ज्यादा है इस सवाल के जवाब में 59 प्रतिश लोग मानते हैं कि भाजपा में ज्यादा परिवारवाद है, जबकि केवल 30 प्रतिश लोग मानते हैं कि कांग्रेस में ज्यादा परिवारवाद है। ध्यान देने की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों को भ्रष्ट दल कहते हैं। वे विपक्षी दलों पर परिवार वाद का भी आरोप बार-बार लगाते रहे हैं। एनडीटीवी के सर्वे से लगता है कि प्रधानमंत्री की बात का असर पहले जैसा नहीं रहा।
कर्नाटक के विकास के लिए कौन सी पार्टी बेहतर है, इसके जवाब में 47 प्रतिशत लोग मानते हैं कि कांग्रेस बेहतर है, जबकि 37 प्रतिश लोग कर्नाटक के विकास के लिए भाजपा को बेहतर मानते हैं। धार्मिक सद्भाव कौन दल कायम कर सकता है, इसके जवाब में कांग्रेस के साथ 49 फीसदी लोग हैं, जबकि भाजपा के साथ केवल 34 फीसदी लोग हैं।
एक बात गौर करिए। एनडीटीवी अब अडानी का है। सर्वे के रिजल्ट में पहले कांग्रेस का नाम लिखा गया है, जबकि बड़े दल का नाम पहले लिखने की परंपरा रही है। कर्नाटक में भाजपा की सरकार है, लेकिन उसका नाम पहले नहीं है।
एनडीटीवी के सर्वे पर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा-अगर यह पोल सही है, तो भाजपा की 50 सीट भी नहीं आ सकती! इससे पहले ईडिना ने अपने सर्वे में कांग्रेस को 140 सीटें मिलने की उम्मीद जताई है। कई लोग मान रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक चुनाव में उखड़े-उखड़े लग रहे हैं। उनके भाषण में वह बात नहीं, जो पहले होती थी। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस ने 91 बार गाली दी। इसका कांग्रेस ने ऐसा जवाब दिया कि यह उल्टा पड़ गया। प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास जनता की समस्याओं की लिस्ट नहीं है, गालियों की लिस्ट है।
विश्व गुरु : प्रेस फ्रीडम में भारत 133 से गिरते-गिरते 161 वें पर पहुंचा