राजद द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिए बहुसंख्यक व अल्पसंख्यक समाज के केवल सवर्णों को उम्मीदवार बनाये जाने पर सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि उन्हें पिछड़े दर्जी-धुनकर व दलित नजर नहीं आये.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि राज्यसभा का टिकट बांटते समय लालू प्रसाद को न कर्पूरी ठाकुर और जगजीवन राम का समुदाय याद आया, न किसान याद आया और न बिहार की कोई बेटी। गरीबों के मसीहा ने चंद हफ्ते पहले पार्टी में शामिल हुए एक कालेज संचालक धनवान को अल्पसंख्यक के नाम पर टिकट दे दिया। उन्हें अल्पसंख्यकों में न धुनकर नजर आया और न ही दर्जी याद आया.
मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राजद प्रमुख पर हमला बोलते हुए इशारों में कहना चाहा है कि उन्होंने हिंदू व मुस्लिम समाज के अतिपिछड़े पसमांदा समाज के लोगों को टिकट नहीं दिया.
गौरतलब है कि सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले समुदायों में पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों के अधिकारों के लिए लड़ने की बात हमेशा लालू प्रसाद करते हैं. ऐसे में सुशील मोदी ने उन्हें आईना दिखाने की कोशिश की है.
हालांकि राजद समेत, कांग्रेस, जदयू और यहां तक कि खुद मोदी की पार्टी भाजपा ने भी राज्यसभा चुनाव में पिछड़ी, अति पिछड़ी या दलित जाति के उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है. राजद ने जहां मनोज झा व अशफाक करीम को उम्मीदवार बनाया है वहीं कांग्रेस अखिलेश सिंह को, जदयू ने वशिष्ठ नारायण सिंह को तो भाजपा ने रविशंक प्रसाद को टिकट दिया है. ये तमाम उम्मीदवार सवर्ण समाज से आते हैं.
चुनावी आंकड़ों के लिहाज से इन सभी छह उम्मीदवारों का राज्यसभा के लिए चुना जाना तय है.