बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर मुखौटा कम्पनियों के नाम पर अकूत सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है.
शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुशील मोदी ने कहा कि कि आयकर विभाग ने 7 फरवरी 2018 को तेजस्वी एवं तेजप्रताप की 3.67 करोड़ की पटना शहर के अत्यंत पॉश इलाके 5, राइडिंग रोड में 7105 वर्ग फीट में बने दो मंजिला मकान को औपबंधिक रूप से जब्त कर लिया है. यह वही जमीन है, जिसकी तलाश आयकर विभाग एक वर्ष से कर रहा था.
मोदी के आरोप
मोदी ने आरोप लगाया कि पटना शहर की कीमती जमीन व मकान खरीदा गया है, परन्तु उस समय यह पता नहीं चल पाया था कि आखिर 78.32 लाख में फेयरग्रो के माध्यम से खरीदी गई जमीन कहाँ है ?
मोदी ने आरोप लगाया कि लालू परिवार की पांच कम्पनियों को 20-20 हजार शेयर प्रति कम्पनी का दिखलाया गया एवं तीन कम्पनियों का एक ही पता 85, Metacaf Street कोलकाता दिखलाया गया, ये भी सारे पते बोगस थे और इन पतों पर कोई कम्पनी नहीं पाई गई. इसी में एक कम्पनी Sahara Merchandese Pvt. Ltd. द्वारा भी 20हजार शेयर दिखाया गया है, जिसका पता 85, Metacaf Street कोलकाता है.
मोदी ने पूछा है कि तेजस्वी यादव ये बताएं उन्हें किसने इस कम्पनी का निदेशक बनाया ? वे क्यों इस फर्जी कम्पनी के निदेशक बने ? इस कम्पनी की कभी वार्षिक आम सभा नहीं हुई तो फिर किसने और कब तेजस्वी यादव को निदेशक नियुक्त कर दिया ? साथ ही मोदी ने पूछा है कि तेजस्वी यादव बताएं कि इस कम्पनी के पास पटना की कीमती जमीन खरीदने के लिए पैसा कहाँ से आया ? यह कालाधन किन लोगों का था ? किन लोगों ने बंद पड़ी कम्पनी में अपना काला धन लगाया ?
उधर तेजस्वी यादव ने मोदी के सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि