उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद पर फेसबुक के जरिये हमला बोला है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने रेलमंत्री रहते और राबड़ी देवी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल की काली कमाई से अर्जित बेनामी सम्पति को हथियाने के लिए गरीब चपरासी ललन चौधरी और रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी को बलि का बकरा बनाया.
नौकरशाही डेस्क
मोदी ने कहा कि आयकर ने उन बेनामी सम्पतियों को अटैच कर कार्रवाई शुरू कर दी है, जिस पटना शहर की कीमती जमीन को ललन चौधरी और हृदयानंद चौधरी ने राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव को 2014 में गिफ्ट किया था. उन्होंने पूछा कि क्या यह सच नहीं है कि इन दोनों के नाम से बेनामी सम्पति खरीदी गई और बाद में राबड़ी देवी और हेमा यादव को दान करा कर उसे कब्जे में ले लिया गया.
क्या बेनामी सम्पति गिफ्ट के जरिए वापस लेने के लिए ही ललन चौधरी को राबड़ी देवी के मुख्यमंत्रित्व काल में विधान परिषद में चपरासी तथा लालू प्रसाद के रेलमंत्री रहने के दौरान हृदयानंद चौधरी को रेलवे में खलासी की नौकरी दी गई? उन्होंने तेजस्वी यादव से पूछा कि क्या बेनामी सम्पति को अपने कब्जा में लेने के लिए ही इन दोनों का इस्तेमाल नहीं किया गया? आखिर उनके खटाल में काम करने वाला बीपीएल ललन चौधरी के पास राबड़ी देवी और हेमा यादव को जमीन दान करने के लिए 1 करोड़ रुपये तथा रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी के पास पटना में 70 लाख की जमीन खरीदने का पैसा कहां से आया?
सुमो ने कहा कि अभी भी समय है कि तेजस्वी यादव आयकर विभाग को पेनाल्टी भर कर ललन चौधरी और हृदयानंद चौधरी से गिफ्ट में मिली जमीन को वापस करा दें. ताकि ये दोनों गरीब भी पटना में करोड़ों की जमीन के मालिक बन जाए.