उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की परेशानी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद जिम्मेवार हैं।
श्री मोदी ने कहा कि दो साल से अधिक के सजायाफ्ता को चुनाव लड़ने से उच्चतम न्यायालय की रोक से संबंधित आदेश को निरस्त करने के लिए तत्कालीन कानून मंत्री कपिल सिब्बल की पहल पर मनमोहन सिंह सरकार की ओर से लाये गये अध्यादेश को श्री गांधी द्वारा फाड़ कर फेंकने के कारण ही आज आज श्री यादव लोकसभा की कौन कहे, मुखिया तक का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। श्री यादव को चारा घोटाले के चार मामले में अब तक कुल 27 साल की सजा मिल चुकी है।
भाजपा नेता ने कहा कि श्री यादव और उनके परिवार के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले श्री राहुल गांधी को बताना चाहिए कि जब केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की 10 साल 2004 से 2014 तक सरकार रही, पहले पांच साल श्री लालू प्रसाद यादव उस सरकार में रेल मंत्री रहे, दूसरे पांच साल की सरकार को समर्थन देते रहे तो उनके सारे मुकदमों को वापस क्यों नहीं कर लिया गया। उन्होंने कहा कि श्री गांधी बतायें कि क्या श्री यादव पर जब चारा घोटाले के मुकदमे हुए और जब पहली सजा हुई तो क्या केंद्र में श्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी।
श्री मोदी ने कहा कि दरअसल, श्री गांधी इस तरह का बयान देकर केवल जनता को ही भ्रमित नहीं कर रहे हैं बल्कि न्यायालय का भी अपमान कर रहे हैं। श्री यादव के खिलाफ चारा घोटाले के आरोपों की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच उच्चतम न्यायालय की पहल पर उच्च न्यायालय की निगरानी में हुई। सीबीआई न्यायालय द्वारा श्री यादव को मिली सजाओं को सर्वोच्च न्यायालय तक ने प्रमाणों के आधार पर बरकरार रखा। अब श्री गांधी को बताना चाहिए कि आखिर श्री यादव को परेशान कौन कर रहा है।