अलीगढ़ में भाजपा के दो नेताओं ने एक मामले को लव जिहाद के षडयंत्र का रंग देने की कोशिश की लेकिन उनकी कलई ऐसी खुली कि अब खुद उनके गिरबान तक पुलिस पहुंच रही है.aligarh-news-5419e740ed59c_exlst

अमर उजाला डॉट कॉम

अलीगढ़ के नौरंगाबाद बड़ा दरवाजा में लव जेहाद की आड़ में जो कुछ हुआ, उसमें एक बड़ी साजिश की बू आ रही है। यह मोदी की भाजपा में आपसी कलह के सिवाय कुछ और नहीं। कल तक साथ रहने वाले दो नेता अब एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए इस तरह की साजिश रच रहे हैं।

उन्हें इस बात की बिल्कुल भी चिंता नहीं कि ऐसी घटनाओं से अतिसंवेदनशील अलीगढ़ शहर का माहौल भी बिगड़ सकता है। फिलहाल पुलिस ने इस प्रकरण में युवा भाजपा नेताओं पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। इधर, शबाब को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

यह है दोनों गुटों में रार

पुलिस रिकार्ड में भाजपा युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष मनोज शर्मा व युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष गोपाल बघेल पर कई संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। बाद में दोनों ने खुद को समाज में स्थापित करने के लिए राजनीतिक पृष्ठभूमि अपनाई। खुद मनोज शर्मा पिछले नगर निगम बोर्ड में पार्षद रहे और मौजूदा बोर्ड में उनकी पत्नी पार्षद हैं। संघ से जुड़े रहने का लाभ मिला और युवा मोर्चा की अहम जिम्मेदारी मिली।

गोपाल भी संघ से जुड़े रहने के कारण युवा मोर्चा में शामिल हो गए। मगर राजनीति में आने के बाद दोनों में वर्चस्व को लेकर प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई। इसके पीछे वजह है कि गोपाल ने मनोज का साथ छोड़ दूसरे गुट का दामन थाम लिया। बस वहीं से दोनों एक दूसरे पर कीचड़ उछालने का मौका नहीं छोड़ते। नौरंगाबाद स्थित गोपाल के मकान में शबाब उर्फ बंटी नाम का युवक पिछले छह साल से आ-जा रहा था। दो साल पहले दोस्त का किराये का कमरा उसने खुद किराये पर ले लिया। वह दिन में ही यहां आता था और प्रेमिका से मिलता था। शबाब मुसलिम है, यह बात युवती भलीभांति जानती थी। बाद में गोपाल को भी पता चल गया था, मगर उन्होंने लोकलाज के भय से कभी यह बात जगजाहिर नहीं होने दी। यह बात खुद शबाब ने थाने में सभी के सामने कही।

मगर पुलिस जांच जिस दिशा में जा रही है, उसके तहत पता चला है कि गोपाल के मोहल्ले में मनोज शर्मा के बेहद करीबी का ठिकाना है। बस उसी करीबी की मदद से सही समय पर बिना पुलिस को सूचना दिए, मीडिया को गफलत में रखकर साथ लेकर पहले युवा मोर्चा की महानगर इकाई ने छापा मारा।

जब वहां हंगामा बढ़ा तो खुद गोपाल ने पुलिस को सूचना दी। बाद में जिला कमेटी के लोग पहुंचे। पुलिस के सामने युवक को पीटा और बाइक तक को आग लगा दी। थाने में युवती का परिवार अधिकारियों के सामने फूट-फूटकर रोया। साथ ही यह भी कहा कि जिन लोगों ने उनकी बच्ची को इस हालत में पकड़ा है, उन्होंने हमारी मदद करने के बजाय इज्जत तार-तार कर दी। बेहतर होता कि मीडिया को दूर रखकर चुपचाप पहले युवती को निकालते, हमें बुलाते। बाद में युवक को सबक सिखाते।

एसपी सिटी पंकज पांडेय का कहना है कि यह जांच में साफ है कि मामला लव जेहाद का कतई नहीं था। दोनों मर्जी से साथ थे। अब रहा सवाल मकान स्वामी और मनोज शर्मा की अपनी प्रतिद्वंद्विता का, तो इस पहलू पर भी जांच कराई जा रही है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गंभीरता से कार्रवाई होगी। आपसी विवाद में किसी को शहर का माहौल बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

दर्ज हुआ मुकदमा
एसओ गांधीपार्क विनोद यादव के अनुसार युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष मनोज शर्मा, ललतेश लोधी, रजत ठाकुर, केके गोस्वामी, अन्नू राणा, अमन गुप्ता आदि सहित उनके 30-35 साथियों पर आरोपी युवक को जबरन पुलिस हिरासत से छुड़ाने, बाइक में आग लगाने, माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रहा सवाल गोपाल बघेल व मनोज शर्मा के निजी विवाद का तो यह बातें इलाके में आम चर्चा है, जो जांच में शामिल की जा रही है। दोनों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

भाजपा जिलाध्यक्ष चौ. देवराज सिंह ने बताया कि घटना के वक्त मैं एटा में था इसलिए पूरी जानकारी नहीं हो पाई है। पूरे प्रकरण की जानकारी कर पुलिस प्रशासन के सहयोग से मामले को निपटाने की दिशा में कार्य करेंगे। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ भी समन्वय और आपसी संबंध को मजबूत कराने के लिए सटीक पहल करेंगे। सब कुछ ठीक किया जाएगा। कहीं कोई मतभेद नहीं होने देंगे।

कोल विधायक हाजी जमीरउल्लाह ने कहा कि मैं लखनऊ में हूं प्रकरण की कुछ जानकारी मिली थी। जनता ने उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाया है अब कानून भी उन्हें सही रास्ते पर लेकर आएगा।

वहीं युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष गोपाल बघेल का कहना है कि पुराना कोई विवाद हम दोनों में नहीं है। हां, पार्टी में आने के बाद जरूर अंदरखाने मनमुटाव है। पिछले दिनों पार्टी मीटिंग में एक होटल में कुछ कहासुनी हुई थी। कल यह लोग मेरे घर मीडिया को लेकर आ गए और यह बवाल खड़ा किया।

युवा मोर्चा के महानगर उपाध्यक्ष ने कहा कि गोपाल मेरा छोटा भाई है। उससे किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। उसने मुझे खुद फोन करके अपने घर मदद के लिए बुलाया था। बाकी हम दोनों में किसी तरह का कोई मनमुटाव या मतभेद नहीं है। यह बातें बेवजह प्रचारित की जा रही हैं।

By Editor