UAPA के तहत 2018-20 में 4690 गिरफ्तार, सबसे ज्यादा उप्र में

केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी कि UAPA के तहत 2018-20 में 4690 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें सबसे ज्यादा उप्र से हैं। 18 से 30 वर्ष के 53 प्रतिशत।

यूएपीए (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत वर्ष 2018-20 के बीच दो वर्षों में देशभर में 4690 लोग गिरफ्तार किए गए। गिरफ्तार होनेवालों में 18 से 30 वर्ष के युवा सबसे ज्यादा 53 प्रतिशत हैं। 13 की उम्र 18 वर्ष से कम है तथा 10 ऐसे लोग हैं, जिनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है। यह जानकारी गुरुवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दी।

द वायर की खबर के अनुसार वर्ष 2020 में यूएपीए के तहत गिरफ्तार होनेवालों में सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश से थे। इनकी संख्या 361 थी, जबकि जम्मू-कश्मीर में इस कानून के तहत 346 लोग गिरफ्तार किए गए। तीसरे स्थान पर अरुणाचल प्रदेश था, जहां 225 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

मंत्री ने सदन को जानकारी दी कि इस दौरान जिन 4690 लोगों को गिरफ्तार किया गया, उनमें सिर्फ 149 लोग कनविक्टेड (दोषी करार) हुए। यूएपीए के तहत 2020 में कुल 1321 लोग गिरफ्तार हुए, जबकि वर्ष 2019 में यह संख्या 1948 थी। इस प्रकार इस कानून के तहत 2019 में अधिक गिरफ्तारियां हुईं, जबकि 2020 में कम। हालांकि कनविक्शन रेट 2020 में ज्यादा रही। इस वर्ष 80 लोग दोषी करार दिए गए, जबकि 2019 में सिर्फ 34 लोग दोषी करार दिए गए थे।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जुलाई 2020 में जानकारी दी थी कि वर्ष 2016 से 2020 के बीच यूएपीए के तहत 24,134 लोग गिरफ्तार हुए, जिनमें सिर्फ 212 लोग कनविक्टेड हुए। मालूम हो कि इस कानून के तहत अधिक गिरफ्तारी तथा कम कनविक्शन रेट पर पहसे भी सवाल उठते रहे हैं। आज भी देश के अनेक जेलों में बड़ी संख्या में लोग बेल का इंतजार कर रहे हैं। इस कानून के तहत कई पत्रकार भी जेल में बंद हैं।

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