Tag: बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन

“तेरे ख्यालों के रहगुज़र से कभी तो हम गुजरते होंगे/ संवरते होंगे, निखरते होंगे,लबों पे आकर बिखरते होंगे/ 

“तेरे ख्यालों के रहगुज़र से कभी तो हम गुजरते होंगे/ संवरते होंगे, निखरते होंगे,लबों पे आकर बिखरते होंगे मेजर राजेंद्र…

100 विदुषियों का एक साथ सम्मान कर हिंदी साहित्य सम्मेलन ने इतिहास रचा 

भारत की विदुषियाँ पुरुषों से मुक्ति की नहीं बल्कि प्रकृति और संस्कृति की कहानी लिखती हैं : मृदुला सिन्हा भारत…

साहित्य सम्मेलन का महाधिवेशन सम्पन्न, हिंदी को राज भाषा बनाने का प्रस्ताव, साहित्याकर-पत्रकार हुए सम्मानित

पटना, 19 मार्च। राष्ट्र-भाषा हिंदी, शीघ्र ही देश की राज-भाषा घोषित हो, जैसा कि, संविधान-सभा ने १४ सितम्बर १९४९ को…

डेढ़ साल की कानूनी लड़ाई के बाद खुला साहित्य सम्मेलन का ताला

लगभग डेढ साल से बंद, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन आखिरकार पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को एक विशेष…


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