पटना ब्लास्ट: चिंढ़ारने वाला मीडिया आज चुप क्यों है?
पटना ब्लास्ट पर चिंढ़ारें मारने वाले चैनल व कलम तोड़ कर लिखने वाले अखबार आज चुप हैं. पुलिस संय्यमित हैं.उन्हें…
Journalism For Justice
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इर्शादुल हक— कोई पैसे के अभाव में गरीब होता है. कोई पैसा होते हुए भी संसाधनहीन होता है. दोनों स्थितियां…