तमिलनाडु में भी खेला, भाजपा के सहयोगी बोले, सीएए वापस लो
अब लीजिए, बंगाल के बाद तमिलनाडु में भी खेला हो गया। वहां भाजपा की सहयोगी पार्टी एआईएडीएमके ने कहा कि केंद्र सीएए वापस ले। इस बयान के बाद तमिलनाडु की राजनीति गरमाई।
कुमार अनिल
आंदोलनकारी किसान बंगाल में #NoVoteToBJP अभियान चला रहे हैं। उधर तमिलनाडु में भाजपा की सहयोगी पार्टी एआईएडीएमके ने भी नया खेला कर दिया, जिससे भाजपा की परेशानी बढ़ गई।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी ने खुद आज एलान किया कि वे अगर दोबारा सत्ता में आए, तो सीएए वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे। उनकी इस घोषणा के बाद राज्य की राजनीति अचानक गरमा गई।
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने आज पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए मुफ्त वाशिंग मशीन और सोलर चूल्हा देने सहित 160 वादे किए। उसी में एक वादा उन्होंने यह किया कि उनकी सरकार बनेगी, तो सीएए वापस होगा। इसके लिए वे केंद्र सरकार से आग्रह करेंगे।
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मुख्यमंत्री की घोषणा के तुरत प्रमुख विपक्षी दल डीएमके का बयान आ गया। डीएमके ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाना चाहते हैं। अगर एआईएडीएमके ने संसद में सरकार का साथ नहीं दिया होता, तो सीएए कभी पास नहीं होता। डीएमके ने एआईएडीएमके पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया।
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एआईएडीएमके के वादे से भाजपा की परेशानी बढ़ गई है। लोग पहले ही पूछ रहे हैं कि अगर तीन कृषि कानून सचमुच किसानों के हित में है, तो प्रधानमंत्री और भाजपा इन कृषि कानूनों पर वोट क्यों नहीं मांग रहे? अब सीएए पर नया विवाद खड़ा हो गया। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सीटी रवि ने कहा-कोई भी विरोध करे, लेकिन सीएए वापस नहीं होगा।
मालूम हो कि कल ही भाजपा ने एआईएडीएमके के साथ मिलकर 20 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया था। एक दिन बाद ही सहयोगी दल के इस बयान से गठबंधन के भीतर का विवाद खुलकर सतह पर आ गया है।