टीका उत्सव पर कनफ्यूजन, सोनिया ने मोदी सरकार को घेरा
पीएम ने 11 अप्रैल से टीका उत्सव मनाने का आह्वान किया है, पर समर्थकों को निर्देश का इंतजार, उधर सोनिया गांधी ने टीके की कमी के लिए मोदी सरकार को घेरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज्योतिबा फुले की जयंती 11 अप्रैल से आंबेडकर जयंती 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाने का आह्वान किया है, लेकिन अब तक स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिलने से भाजपा समर्थकों में कनफ्यूजन है।
बिहार भाजपा के बड़े नेता भी टीका उत्सव पर चुप हैं। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के ट्विटर टाइम लाइन में भी इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने भी टीका उत्सव पर कुछ नहीं कहा है। आज उन्होंने चंपारण के एक टीका केंद्र का दौरा किया और लिखा-दवाई भी-कड़ाई भी। इसके ऊपर-नीचे दर्जनों की संख्या में प्रधानमंत्री के बंगाल दौरे के वीडियो हैं, जिसमें हजारों की संख्या में लोग दिख रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का तो सवाल ही नहीं।
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उधर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से बात करते हुए कोरोना के खिलाफ टेस्ट और टीकाकरण पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने टीके की कमी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। कहा- अपने देश में टीके कम पड़ रहे हैं और सरकार दूसरे देश को टीका भेज रही है।
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देश के कई लेखकों ने टीका उत्सव पर तंज कसा है। ‘कौन हैं भारत माता’ पुस्तक के लेखक पुरुषोत्तम अग्रवाल ने ट्विट किया-लोग वैक्सीन की कमी से परेशान हैं? तो क्या करें? चलो परेशानी को तमाशा बना दें। टीका उत्सव जरूर करें, टीका उपलब्ध हो न हो।
इस बीच बिहार में कई केंद्रों पर टीका न होने के कारण टीकाकरण स्थगित करने की सूचना है। देखना है कल से टीके की कमी दूर होती है या नहीं। सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है, जो पहला टीका ले चुके हैं। उन्हें इस बात की चिंता हो रही है कि समय पर दूसरा टीका मिलेगा या नहीं।