Tejashwi ने तय कर लिया ऐसा चुनावी एजेंडा कि मच सकती है विरोधियों में खलबली
Tejashwi Yadav और उनका दल चुनावी मोड में आ चुके हैं. इसकी बानगी 6 फरवरी दिखी. उन्होंने अपना चुनावी एजेंडा तय कर लिया है और वह इन्हीं एजेंडों के सहारे भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने वाले हैं.
लोकसभा चुनाव सर पर है. ऐसे में Tejashwi ने अपना चुनावी एजेंडा तय कर लिया है. इस एजेंडे के तहत वह दरभंगा से चुनावी संखनाद करेंगे. इससे पहले उन्होंने घोषणआ कर दी है कि पिछड़ों के आरक्षण का मुद्दा वह जोरशोर से उठायेंगे.
1.स्वर्ण आरक्षण को पोस्टमार्टम
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि हमने लड़ाई ठान ली है, अब चाहे जेल जायें या गोली खायें, हम लड़ेंगे. गोली खाने और जेल जाने की बात उन्होंने इसलिए कही है कि हाल ही में सवर्ण आरक्षण के लिए जो पैमाने तय किये गये हैं उसे वह स्वीकार करने वाले नहीं हैं. उनके चुनावी एजेंडे का यह महत्वपूर्ण पक्ष होगा जिसमें वह बतायेंगे कि आठ लाख सालाना आमदनी यानी 66 हजार रुपये मासिक कमाई वाले जो हर साल 75 हजार रुपये टैक्स देते हैं उन्हें क्यों आरक्षण मिलना चाहिए.
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तेजस्वी ने कहा है कि “भाजपा- RSS द्वारा ये आरक्षण समाप्ति की शुरुआत है। बहुजनों, जागो, उठो और लड़ो इन जातिवादियों से”.
2.वंचितों को 90 प्रतिशत आरक्षण
वहीं तेजस्वी का दूसरा चुनावी एजेंडा है दलितों-पिछड़ों के आरक्षण को 90 प्रतिशत करने की मांग. उन्होंने यह तय कर लिया है कि वंचित समाज के लिए आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए लोगों में जागरूकता लायेंगे. उनका तर्क है कि अगर सरकार चुंद घंटों में, वो भी बिना किसी सर्वे, बिना किसी अध्ययन के सवर्णों को आरक्षण दिया जा सकता है तो वंचितों को उनके आरक्षण का दायरा क्यों नहीं बढ़ाया जा सकता.
3. Tejashwi का हथियार
Tejashwi ने आरक्षण के मुद्दे को अपना हथियार बना कर बहुजनों को गोलबंद करने का फैसला कर लिया है. इसके तहत वह दरभंगा से “बेरोज़गारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ” यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. इस एजेंडे के तहत निम्नलिखित मुद्दे पर वह जोर देंगे-
* जातीय जनगणना करवाओ
* जातीय अनुपात में आरक्षण बढ़ाओ
* SC/ST और OBC का आरक्षण बढ़ाकर 90% करो।
* अतिपिछड़ों को 40% आरक्षण दो
* निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करो
आर-पार के मूड में Tejashwi
तेजस्वी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि आर-पार करेंगे, लड़ेंगे-मरेंगे और हक़ लेकर रहेंगे। उन्होंने साफ कहा है कि “भाजपा- RSS द्वारा ये आरक्षण समाप्ति की शुरुआत है। बहुजनों, जागो, उठो और लड़ो इन जातिवादियों से”.
तेजस्वी की यात्रा की शुरुआत दरभंगा से हो रही है और इस तरह वह अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी जायेंगे जहां इन मुद्दों को गंभीरता से उठायेंगे. तेजस्वी की रणनीति है कि इन मुद्दों पर बहुजनों को जोड़ा जाये. उन्हें गोलबंद किया जाये.
इन मुद्दों पर तेजस्वी यूं तो पहले से ही बोलते रहें हैं लेकिन हाल के दो घटनाक्रमों ने उन्हें और मुखर किया है. इन में से एक है- सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण देने का संविधान संशोधन और दूसरा है विश्वविद्यालयों की नियुक्तियों में 13 प्वाइंट रोस्टर का लागू किया जाना.इस रोस्टर के लागू होने के बाद दलितों और पिछड़ों को प्रोफेसर बनने की संभावना लगभग खत्म हो गयी है.
लिहाजा इन मुद्दों को उजागर करके तेजस्वी भाजपा विरोधी माहौल बनाने की तैयार कर चुके हैं.