तेजस्वी के सवाल पर आधा-अधूरा जवाब दे कर फंसी सरकार
तेजस्वी यादव के रोजगार व खाली पदों संबंधत सवाल पर बिहार सरकार आधा-अधूरा जवाब दे कर बचना चाह रही थी लेकिन सोशल मीडिया पर कैसे घिर गयी?
तेजस्वी ने तारांकित प्रश्न किया था. पूछा था कि क्या यह सही है कि विभिन्न विभागों में लाखों पद खाली पड़े हैं. सरकार इन पदों पर नियुक्ति नहीं कर रही है. यदी यह सही है तो क्या सरकार इन पदों पर नियुक्ति करने का विचार कर रही है.
इस सवाल के जवाब में सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से दिया गया. आपको याद दिला दें कि सामान्य प्रशासन विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अधीन है. विभाग ने जवाब में कहा कि खाली पदों की संख्या के बारे में कोई सीधा जवाब नहीं दिया गया. कहा गया कि विभिन्न विभागों में रिक्तियों पर नियुक्ति की प्रक्रिया अलग अलग चरणों में है. विभिन्न आयोगों, चयन पर्षदों के नामों का उल्लेख करते हुए जवाब में आगे कहा गया है कि 98967 पदों पर नियुक्ति की अधियाचना के विरुद्ध 77 423 पदों पर विज्ञापन प्रकाशित करते हुए 21259 पदों के विरुद्ध नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गयी है.
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सरकार के गोलमटोल जवाब के बाद तेजस्वी यादव ने अपने पुराने वादे को याद दिलाते हुए कहा है कि बिहार के युवाओं को पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख स्थायी नौकरी देने का संकल्प था। सत्ता का दुरूपयोग कर इन्होंने हमें रोका लेकिन मेरे इरादों को नहीं रोक पायेंगे। सड़क से सदन तक बेरोजगारों के लिए संघर्षरत हूँ।सरकार सीधा जवाब नहीं देती कि कितने लाख पद रिक्त है और कब भरेंगे?
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी को मुख्य एजेंडा बना दिया था जिसके जवाब में सत्ताधारी दल ऐसे उलझे कि तेजस्वी के दस लाख नौकरी के जवाब में उन्होंने 20 लाख रोजगार सृजन का वादा कर दिया लेकिन करीब पांच महा बीत जाने के बाद भी बेरोजगार युवाओं का तेवर सोशल मीडिया पर आक्रामक बना हुआ है.
दूसरी तरफ खाली पदों पर पूछे गये सवाल पर सरकार बगलें झांकने लगी है.