मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में बारम्बार 40 बच्चियों से रेप पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हल्ला बोल दिया है. कहा है कि इस पर सरकार इसलिए लीपापोती कर रही है कि इस मामले में संलिप्त एनजीओ के संरक्षक नीतीश सरकार के करीबीओ अफसर के रिश्तेदार हैं.
तेजस्वी ने इस मामले में मेनस्ट्रीम मीडिया को भी लताड़ लगाते हुए कहा कि ऐसा कुकर्म अगर एक खास वर्ग की बच्चियों के साथ हुआ होता तो मीडिया तूफान सर पर उठा लेता. उन्होंने दावा कि इस मामले में संलिप्त एक खास व्यक्ति के रिश्तेदार का बड़ा मीडिया हाउस है, इसलिए भी मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे हुए है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों पटना मेडिकल कालेज में इन बच्चियों की मेडिकल जांच हुई थी. पीएमसीएच के अधीक्ष ने इस बात की पुष्टि की थी कि जांच में शामिल कुल 29 बच्चियों के रेप की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि लगभग सभी बच्चियों के साथ बारम्बार बलात्कार हुआ है. सबसे जघन्य बात तो यह है कि बलात्कार की शिकार इन बच्चियों की उम्र 7 वर्ष से 17 वर्ष के बीच है.पीएमसीएच में मेडिकल जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी है कि 29 में से कई ऐसी बच्चियां हैं, जिनकी हालत काफी दयनीय है। दुष्कर्म से पहले भी उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। कई बच्चियां मूकबाधिर थी। नाबालिग लड़कियों के साथ कई बार दुष्कर्म किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सात साल की जिस नाबालिक के साथ कुकृत्य किया गया, उसे बोलने में भी तकलीफ हो रही थी।
इस बात का सबसे दुखद पहलू यह भी है कि जो बच्चियां रेप की शिकार हुई हैं उनमें से ज्यादातर सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की हैं.
एक बलात्कार पीड़िता की हत्या भी हुई
एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि वहां रहने वाली एक लड़की की हत्या के बाद उसे दफना दिया गया था। यह खुलासा एक लड़की ने अपने बयान में किया है। बच्ची के इस बयान की पुष्टि मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने की है।
तेजस्वी ने सवाल किया है कि क्या सरकार और मीडिया इस बात को दबाने का इस लिए प्रयास कर रहे हैं कि ये बच्चियां प्रशासन, कानून लागू करने वाली एजेंसियों और उससे बढ़ कर अंतरआत्मा बाबू( नीतीश कुमार) पर दबाव बनाने की हैसियत नहीं रखतीं?
तेजस्वी ने कहा कि इस मामले में निहायत ही पीड़ादायक बात यह है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह ही मात्र ऐसा नहीं है जहां की बच्चियां रेप की शिकार बनायी गयीं बल्कि मोतिहारी, सीवान और हाजीपुर में भी ऐसे कुकर्म को अंजाम दिया गया है.