विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव 15 अगस्त से बिहार यात्रा शुरू कर रहे हैं। यात्रा 12 दिन बाद शुरू होगी, लेकिन अभी से एनडीए के दलों में हड़कंप मच गया है। जदयू के एक वरिष्ठ मंत्री को भी तेजस्वी यादव की बिहार यात्रा पर बोलना पड़ा। उन्होंने जो कहा उससे साफ है कि यात्रा को लेकर भाजपा-जदयू परेशान है और अभी तक काट नहीं खोज पा रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने यात्रा की भूमिका बना दी है। वे बिहार यात्रा में चार बड़े मुद्दे उठाने वाले हैं, जिसका जवाब भाजपा-जदयू के पास नहीं है। उन्होंने शुक्रवार मुकेश सहनी से उनके दरभंगा स्थित आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब पूरी तरह थक चुके हैं, उनसे राज्य नहीं संभल रहा है और वे मुख्यमंत्री का कार्य नहीं कर पा रहे हैं। राज्य में अपराध बेतहाशा बढ़ रहा है।
तेजस्वी जिन मुद्दों को उठाने वाले हैं उसमें पहला तो यही है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह थक चुके हैं। बिहार भगवान भरोसे चल रहा है। अपराध पर नियंत्रण नहीं है। तेजस्वी यादव ने आज ही पटना में प्रेस वार्ता में कहा कि बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण पर संकट है। सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिला है। केंद्र सरकार ने 9 वीं अनुसूची में शामिल करने से इनकार कर दिया है। वे 65 प्रतिशत आरक्षण की रक्षा के लिए संसद से सड़क तथा कोर्ट में लड़ेंगे। तो तेजस्वी की बिहार यात्रा का दूसरा मुद्दा पिछड़ों-दलितों का 65 प्रतिशत आरक्षण होगा।
तेजस्वी यादव का तीसरा मुद्दा जाति गणना होगा। जाति गणना नहीं होने से कैसे पता चलेगा कि किस जाति की क्या स्थिति है। भाजपा जाति गणना के खिलाफ है। संसद में अनुराग ठाकुर ने जिस तरह राहुल गांधी को अपमानित किया कि जिसकी जात का पता नहीं, वह गणना की बात करता है।
तेजस्वी यादव का चौथा मुद्दा होगा केंद्र ने किस प्रकार विशेष पैकेज के नाम पर बिहार को छला है। जो एक्सप्रेस वे की बात की गई है, वो पुरानी है। पुरानी घोषणाओं की नई पैकेजिंग की गई है और इससे बिहार की किसी समस्या का समाधान नहीं होने जा रहा है।
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65 प्रतिशत आरक्षण की हिफाजत के लिए कोर्ट जाएगा RJD
तेजस्वी यादव की बिहार यात्रा से भाजपा-जदयू में परेशानी है। जदयू नेता तथा मंत्री मदन सहनी ने बिहार यात्रा पर सवाल उठाए हैं। कहा कि तेजस्वी की बिहार यात्रा से कोई फायदा नहीं होने वाला है। इससे साफ है कि मंत्री को मालूम हो रहा है कि तेजस्वी को फायदा होने वाला है। वे बिहार के मुद्दे उठाएंगे, तो भाजपा-जदयू का जनाधार खिसकेगा।