कुमार अनिल
आम आदमी रोज ही भगवान से कुछ मांगता है। जब भी वह भगवान के आगे सिर झुकाता है, तो प्रायः कोई मांग पेश कर देता है। तेजस्वी यादव ने भी आज भगवान से एक मांग की है, लेकिन वह मांग लीक से हट कर है। नए ढंग की मांग की है।
आम आदमी अपने लिए, अपनों के लिए धन, नौकरी, खुशहाली और सुकून मांगता है। लेकिन प्राय देखा जाता है कि लोग अपने विरोधी के लिए ये ही चीजें नहीं मांगते, बल्कि चाहते हैं कि भगवान उसके विरोधी, उसके दुश्मन का नाश कर दे। कई लोग तो विरोधी का नाश करने के लिए अनुष्ठान तक करते हैं।
तेजस्वी यादव की मांग बिल्कुल अलग ढंग की है। उन्होंने शुक्रवार को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं। विधानसभा में चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण पर चर्चा हो रही थी। बीच में मुख्यमंत्री बोलने के लिए खड़े हुए और कहने लगे देखिए ये लोग सब एक ढंग का कपड़ा पहन के आया है। पहले ऐसा पहनता था। देख लीजिए। याद रहे मुख्यमंत्री विधानसभा में कई बार बोले, लेकिन एक बार भी चुनाव आयोग या मतदाता पुनरीक्षण शब्द का उच्चारण नहीं किया। दरअसल उन्हें पता ही नहीं चल रहा कि किस बात पर चर्चा हो रही है।
उनकी यह स्थिति को देखते हुए तेजस्वी यादव ने भगवान से एक प्रार्थना की। उन्होंने भागवान से प्रार्थना की कि हे भगवान, नीतीश कुमार को पहले की तरह स्वस्थ बना दें। उनकी याददाश्त वापस ला दे।
तेजस्वी की भगवान से इस प्रार्थना में राजनीति भी है। वे संदेश देना चाहते हैं कि एक तरफ मुख्यमंत्री और भाजपा के सारे मंत्री तेजस्वी यादव को तुम-तड़ाक वाली भाषा में संबोधित कर रहे हैं। बाप को गाली दे रहे हैं। वहीं तेजस्वी यादव कूल रहते हुए जनता के हितों की बात कर रहे हैं। तेजस्वी बताना चाहते हैं कि बिहार की जनता देख ले कि किसका संस्कार कैसा है। कौन उद्दंड है। लोग यह भी देखें कि कौन शालीन है, दूसरे का सम्मान करनेवाला है।