तेजस्वी यादव की बिहार कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा मंगलवार को शुरू हो गई। यात्रा की शुरुआत समस्तीपुर से हुई। यहां उजियारपुर क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि वे भाषण देने नहीं आए हैं, बल्कि आप कार्यकर्ता साथियों की बात सुनने आया हूं। उन्होंने अलग-अलग कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद सामूहिक रूप से भी मुलाकात की। स्थीनय सभागार में कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की समस्याएं सुनाईं। कई कार्यकर्ताओं ने संगठन को मजबूत करने के सुझाव भी दिए, तो कई ने कमजोरियां भी गिनाईं।
कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी पार्टी गरीब-गुरबों की पार्टी है। यहां कोई वेतन पर काम नहीं करता। सभी पार्टी के विचार से प्रभावित होकर काम करते हैं। कई कार्यकर्ता 20-20, 25-25 वर्षों से काम कर रहे हैं। दरअसल वे कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ हैं। उनके अनुभव से सीख कर ही पार्टी को मजबूत किया जा सकता है। इसीलिए उनका जोर पार्टी के साथियों को सुनने पर है।
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तेजस्वी यादव की इस संवाद यात्रा को अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। तेजस्वी यादव के सीधे कार्यकर्ताओं से मिलने के कारण कार्यकर्ताओं में जोश देखा जा रहा है। उन्होंने इशारों-इशारों में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर से राजद का फर्क भी बता दिया कि उधर वेतन पर कार्यकर्ता बहाल किए जा रहे हैं जिनकी कोई विचारधारा नहीं है और इधर राजद में विचारधारा से जुड़े कार्यकर्ता हैं, जो पार्टी के लिए जीने-मरने को तैयार हैं। पहले इस यात्रा का नाम आभार यात्रा था, अब यात्रा का नाम कार्यकर्ता दर्शन तथा संवाद यात्रा कर दिया गया है।
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