तेजस्वी की बात निकली सच, हुआ था कोरोना घोटाला हुआ

विपक्ष को एक नया मुद्दा मिल गया। तेजस्वी ने आज कोरोना जांच के आंकड़े को फर्जी बताया। एक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट को आधार बनाकर सरकार पर हमला बोल दिया है।

कुमार अनिल

पिछले साल जुलाई तक बिहार में कोविड-19 की जांच बहुत कम हो रही थी। दूसरे राज्यों में अधिक संख्या में जांच हो रही थी। तब कोरोना को नियंत्रित करने का मूल मंत्र था अधिक जांच। कम जांच होने पर सरकार की किरकिरी हो रही थी। तभी अचानक बिहार सरकार ने तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य सचिव उदय सिंह कुमावत को पद से हटा दिया और उनकी जगह 1991 बैच के आईएएस प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य सचिव बनाया।

अमृत प्रत्यय के स्वास्थ्य सचिव बनते ही अचानक कोरोना जांच की संख्या लाखों में पहुंच गई। इससे कम जांच के कारण सरकार की जो आलोचना हो रही थी, वह रुक गई।

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हालांकि अचानक कोरोना जांच की संख्या लाखों में पहुंचने पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सवाल उठाए थे, लेकिन तब आंकड़ों की जांच नहीं की गई। अब दिल्ली से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने कल एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कोरोना जांच की संख्या पर सवाल उठाए गए हैं। तेजस्वी ने इस खबर के प्रकाशित होते ही, फिर से उस मुद्दे को उठाते हुए इसे कोरोना घोटाला नाम दिया है।

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तोजस्वी ने आज कहा कि उन्होंने पहले भी कोरोना घोटाले का सवाल उठाया था। जब हमने घोटाले का आंकड़ा दिया, तो मुख्यमंत्री ने हमेशा की तरह इसे गंभीरता से नहीं लिया।

तेजस्वी ने कहा-सरकार ने अधिकारी बदलकर एंटीजन का ऐसा ‘अमृत’ मंथन किया कि केवल सात दिनों में रोजाना टेस्ट का आंकड़ा 10 हजार से बढ़कर एक लाख और 25 दिन बाद दो लाख हो गया।

तेजस्वी यादव ने एक वीडियो भी ट्विट किया है, जिसमें वे खुद विधानसभा के पटल पर कोरोना टेस्ट में फर्जीवाड़े का आरोप लगा रहे हैं। तेजस्वी ने तब कहा था कि जांच में कोई पारदर्शिता नहीं है। किसी को नहीं पता कि कितनी मशीनें खरीदी गईं, जिससे अचानक जांच का आंकड़ा लाख पहुंच गया।

मालूम हो कि कल इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित की है। अखबार लिखता है कि उसके प्रतिनिधि ने पटना. जमुई और शेखपुरा का दौरा किया और पाया कि कोरोना जांच के बाद व्यक्ति का दर्ज फोन नंबर गलत है। जमुई के एक पीएचसी में 588 लोगों का टेस्ट किया गया, जिनमें सभी नेगेटिव पाए गए। यहां भी व्यक्तियों के नाम और फोन नंबर गलत हैं। अखबार लिखता है ऐसे आंकड़ों के सहारे यह दिखाया गया कि कोरोना के मामले घट रहे हैं। अखबार इसे सीरीज में प्रकाशित कर रहा है।

अखबार में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद अबतक सरकार ने न तो यह कहा है कि वह जांच कराएगी और न ही खबर का खंडन किया है। इस बीच मामले को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उठा दिया है। अब देखना है कि सरकार क्या कदम उठाती है।

By Editor


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