तेजस्वी को आलोक ने कहा, सांढ़ को लाल कपड़ा नहीं दिखाते
जदयू नेता अजय आलोक ने तेजस्वी यादव पर कड़े शब्दों में हमला बोला है। कहा, सरकार को चुनौती नहीं देते और सांढ़ को लाल कपड़ा नहीं दिखाते।
जदयू नेता अजय आलोक ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि उम्र में छोटे हो, इसलिए सलाह दे रहा हूं। सरकार को चुनौती नहीं देते हैं और सांढ़ को लाल कपड़ा नहीं दिखाते हैं। ऐसा करने पर अपना ही नुकसान होता है। अजय आलोक ने बिना नाम लिये तेजस्वी को उनके पिता लालू प्रसाद की भी याद दिलाई और कहा कि भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह और अपराधियों के संरक्षक होतवार जेल में बंद हैं और दुर्योधन हो के आप ज्ञान बांट रहे हैं।
जदयू नेता ने तेजस्वी पर यह हमला तब बोला, जब बिहार पुलिस मुख्यालय का एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ। पत्र में किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा सरकार, सांसद, मंत्री, विधायक के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को साइबर अपराध मानते हुए कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई है। इस पत्र के सामने आते ही तेजस्वी ने सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए चुनौती दी कि हिम्मत है, तो सरकार उन्हें गिरफ्तार करे।
तेजस्वी:भ्रष्टाचार के पितामह, अपराध के संरक्षक नीतीश मुझे गिरफ्तार करें
तेजस्वी के बयान के बाद ही अजय आलोक ने लगातार तीन ट्वीट करके तेजस्वी पर हमला बोला। एक अन्य ट्वीट में जदयू नेता ने पुलिस मुख्यालय के पत्र का बचाव करते हुए लिखा कि आलोचना करना ओर अभद्र भाषा का प्रयोग करना इन दोनों के बीच अंतर समझने के लिए ज्ञान अर्जित करना पड़ता है। अब किसमें कितना ज्ञान है, यह सब लोग जानते हैं।
जदयू नेता आलोक ने आगे यह भी कहा कि जो ज्ञानी व्यक्ति इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला बता रहे हैं, उन्हें यह जानना चाहिए कि सोशल मीडिया पर कायरों की तरह मां-बहन की गाली, रेप करने, कत्ल करने की धमकी को अब बर्दाश्त नहीं करेंगे-जो उखाड़ना है उखाड़ लो- अश्लीलता करोगे, तो नपोगे।
हालांकि जदयू नेता ने यह नहीं बताया कि जो लोग ऐसे कानून या आदेश के दुरुपयोग की आशंका जता रहे हैं और जिसके दिल्ली से उत्तर प्रदेश तक अनेक उदाहरण हैं, जिसके कारण दर्जनों लोग आज भी जेल में हैं, उनकी आशंका निराधार है। जदयू नेता ने यह सही कहा है कि आलोचना और अभद्र भाषा में फर्क में होता है, लेकिन इसका फैसला कौन करेगा?