मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने वक्फ संशोधन बिल पर जिस तरह भाजपा का साथ दिया, उसके बाद जदयू में पहले से जारी बिखराव तेज हो गया है। मुस्लिम वर्ग नाराज है और दलितों में भारी उहापोह है। इस स्थिति को देखते हुए राजद ने नीतीश कुमार के दलित आधार खासकर मुसहर समाज में पैठ बनाने की कोशिश तेज कर दी है। इसी सिलसिले में कल आठ अप्रैल को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मुसहर सम्मेलन आयोजित किया गया है, जिसे तेजस्वी यादव संबोधित करेंगे।

नीतीश कुमार के दलित जनाधार में लोकसभा चुनाव से ही उथल-पुथल हैष संविधान का सवाल दलितों में बड़ा सवाल बन गया है। लोकसभा चुनाव में दलितों में बिखराव दिखा, जो बहुत गंभीर नहीं था, लेकिन अब उनके पूरी तरह भाजपा के रंग में रंग जाने के बाद दलितों में भी मुसलमानों की तरह नाराजगी देखी जा रही है।

अब राजद ने दलितों को खासकर मुसहरों को लालू यादव के काम याद दिलाए हैं कि किस प्रकार उन्होंने मुसहरों के लिए घर बनवाए। उन्हें हक के लिए संगठित किया और प्रशासन के सामने डट कर अपनी बात रखेन के लिए प्रेरित किया। मुसहर समाज के कई कार्यकर्ताओं को विधानसभा और संसद पहुंचाया। इन सब बातों को याद दिलाते हुए राजद ने मुसहरों में पैठ बनाने की पहल शुरू कर दी है।

राजद नेताओं ने बताया कि मुसहर सम्मेलन के लिए पूरे बिहार में तैयारी की गई है। हर जिले से इस समाज के लोग बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल होंगे।

राजद नेताओं ने कहा कि कल के मुसहर सम्मेलन में तेजस्वी यादव इस समाज के लिए कोई बड़ा एलान करेंगे। याद रहे इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव है। पिछली बार केवल 12 हजार वोटों का अंतर था। उस अंतर को पाटने तथा उससे आगे बढ़ने के लिए राजद लगातार प्रयास कर रहा है।

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