तेजस्वी ने क्यों कहा- जिसके किरदार पे शैतान भी शर्मिंदा है..
तेजस्वी यादव ने विधानसभा में नीतीश सरकार पर जमकर हमला किया। कहा-जिसके किरदार पे शैतान भी शर्मिंदा है, वो भी आये हैं यहां करने नसीहत हमको।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव विधानसभा में धारदार शेरों के जरिये नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने संघ की विचारधारा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बार-बार विपक्ष की आलोचना करने पर कहा-जिसके किरदार पे शैतान भी शर्मिंदा है, वो भी आये हैं यहां करने नसीहत हमको।
तेजस्वी यादव ने कहा-
यहाँ तक आते आते सूख जाती है कई नदियाँ
मुझे मालूम है पानी कहाँ ठहरा हुआ होगा।”
फिर उन्होंने एक शेर पढ़ा-
नए किरदार आते जा रहे हैं
मगर नाटक वही पुराना चल रहा है“जहाँ सच हैं, वहाँ पर हम खड़े हैं,
इसी खातिर आँखों में गड़े हैं।”
“डबल इंजन सरकार ने कमाल कर दिया
गरीबों को गरीब, और अमीरों को माला-माल कर दिया।”
“तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है
मगर ये आँकड़े झूठे है ये दावा किताबी है।”
तेजस्वी यादव ने वसीम बरेलवी का एक शेर पढ़ा-
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे
लाख तलवारें बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ़
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाएँ कैसे।
तेजस्वी यादव ने एक-एक कर बिहार के मुस्लिम नेताओं के नाम गिनाए, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अमूल्य कुरबानी दी। अब्दुल कयूम अंसारी का जिक्र किया और बताया किस प्रकार उन्होंने जिन्ना के टू नेशन थ्योरी और पाकिस्तान बनाने का विरोध किया। बत्तख मियां की चर्चा की, जिन्होंने गांघी की जान बचाई। वे बार-बार संघ की विचारधारा पर हमला करते रहे। उन्होंने भाजपा सदस्यों को कटघरे में खड़ा रखा।
तेजस्वी ने इसके साथ ही किसान, मजदूरों, युवाओं की समस्याओं को आंकड़ों के साथ उठाया। कहा-कृषि रिपोर्ट के अनुसार देश में किसानों की सबसे कम आय बिहार के किसानों की हैI औसत हर भारतीय किसान परिवार 77,124 रु. सालाना कमाता है, वहीं बिहार में यह आय देश में सबसे कम महज 42,684 रु. है यानी मात्र 6,223 रु. प्रति माह।
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