तेजस्वी ने सीतारमण से पूछा पिछड़ों, वंचितों का बड़ा सवाल
तेजस्वी यादव ने आज पिछड़े, दलित समाज के युवाओं का बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सीधे सवाल पूछा है।
कुमार अनिल
बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष पिछड़े- वंचित युवाओं का बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि यूपीएससी के जरिये नियुक्ति के बजाय पिछले दरवाजे से सचिव स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति का क्या अर्थ है। क्या सरकार पिछड़े एवं वंचित समाज का आरक्षण समाप्त करना चाहती है?
पिछले कई दिनों से पिछड़े, दलित और कमजोरवर्ग के छात्र-युवा लैटरल इंट्री पर सवाल उठा रहे थे। पिछले दरवाजे से पदों को भरने का विरोध कर रहे थे। आज इन युवाओं को तेजस्वी यादव का साथ मिला।
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तेजस्वी यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री से पूछा कि क्या उन्हें यूपीएससी की नियुक्ति प्रक्रिया पर भरोसा नहीं रहा। आपको स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यूपीएससी मोटिवेटेड और टैलेंटेड कैंडिडेट का चयन करने में विफल है, जो राष्ट्रनिर्माण में योगदान दे सकें या यह कमजोर वर्ग के युवाओं के आरक्षण को कम करने की एक और चाल है। तेजस्वी ने अंत में लिखा है कि आपके उत्तर का इंतजार है।
मालूम हो कि सरकार ने आईएएस लैटरल इंट्री के जरिये विभिन्न कंपनियों में कार्यरत लोगों के लिए सिविल सर्विस में सीधी भर्ती का रास्ता खोल दिया है। सरकार यूपीएससी के जरिये होनेवाली सिविल सर्विस परीक्षा में सीटें में लगातार कम कर रही है। 2019 में 829 उम्मीदवारों को शार्टलिस्ट किया गया था। 2020 में 996 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिनमें दो सौ पद कम कर दिए गए। अब ये पद सीधी भर्ती से भरे जाएंगे।
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दो दिन पहले केंद्र सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में बेचने और इस प्रकार आरक्षण को महज कागजी बना देने का आरोप लगाते हुए कमजोर वर्ग के छात्रों ने आरक्षण बचाओ अभियान चलाया था। अब देखना है पिछड़े वर्गों के छात्रों को तेजस्वी का साथ मिलने पर उनका अभियान किस प्रकार आगे बढ़ता है।