बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राज्य में 80 हत्याओं की लिस्ट जारी कर कहा कि आप ही बताइए नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू-भाजपा सरकार को जंगल राज कहा जाए या दैत्य राज कहा जाए। तेजस्वी के इस हमले के बाद जदयू-भाजपा नेताओं में सन्नाटा है। नीतीश कुमार बार-बार 20 साल पहले के लालू राज को जंगल राज बताते हैं। 2025 चुनाव में भी भाजपा-जदयू नेता वही लालू राज की बात करेंगे। इसके काट की तैयारी तेजस्वी यादव ने कर ली है। वे लगातार नीतीश राज में बढ़ते अपराध को मुद्दा बना रहे हैं।
तेजस्वी ने रविवार को 80 हत्याओं की लिस्ट जारी की, जिसमें अररिया में व्यापारी की हत्या, पटना में सब्जी विक्रेता की पीट-पीट कर हत्या, बांका में दिव्यांग दंपती की हत्या, पटना के खगौल में युवक की पीट-पीट कर हत्या, गया में युवक की गोली मार कर हत्या।
तेजस्वी यादव ने बिहार में हत्याओं की जो सूची जारी की है, उससे पता चलता है कि अपराधियों में पुल्स की भय नहीं रहा और आम लोगों में भी पुलिस से भरोसा खत्म हो गया है। कई जगह पीट-पीट कर हत्या होना खास है, जो बताता है कि अपराध अब बेकाबू हो गया है। मुंगेर में एक रिक्शाचालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
अपराध के शिकार अब सिर्फ बड़े व्यापारी ही नहीं, आम लोग भी त्रस्त हैं। रिक्शाचलक की पीट कर हत्या यही बताता है कि आम लोग भी नीतीश राज में सुरक्षित नहीं हैं। मुंगेर की तरह ही बिहटा में भी एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। बिहटा में ही एक कंपाउडर की हत्या कर दी गई।
राज्य में व्यापारी वर्ग में भय व्याप्त हो गया है। कई व्यापारियों की हत्या के पीछे रंगदारी कारण बताया जा रहा है। राज्य के हर जिले में वसूली गैंग काम कर रहा है।