कर्नाटक में भाजपाई सरकार भरभरा के गिर जाने से उत्साहित तेजस्वी यादव ने अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वि नीतीश कुमार पर हमाला बोला है. तेजस्वी ने कहा है कि नीतीश चाचा की चुप्पी में उनका समर्थन भाजपाई तानाशाही और लूटतंत्र के साथ था.
तेजस्वी ने सवाल किया है कि नीतीश चाचा जी, लोकतंत्र की माफ़ियागिरी में आपकी चुप्पी आपके परम सहयोगी दल के पक्ष में थी या विपक्ष में? तेजस्वी ने कहा है कि आप हमारे सवाल पर भी चुप रहियेगा और नहीं बताईयेगा लेकिन बिहार का आवाम समझ गया है आपकी चुप्पी में आपका पूर्ण समर्थन भाजपाई तानाशाही और लूटतंत्र के साथ था।
तेजस्वी ने एक अन्य ट्विट में लिखा- नैतिकता का राग अलापने वाले चाचा जी, विधायकों से मोलभाव करते, लोकतंत्र के माफियाओं द्वारा बोली लगाते येदियुरप्पा व उनकी जमात के टेप से तो आप अवगत हो गए होंगे? लोकतंत्र को बेचने वाली सहयोगी BJP के भ्रष्टाचार पर बोलने के लिए आपकी अंतरात्मा धिक्कार नहीं रही, क्या? बोलिए तो सही
गौरतलब है कि तेजस्वी की यह प्रतिक्रिया कर्नाटक में येदयुरप्पा सरकार के विश्वासमत प्राप्त नहीं कर पाने के बाद आया है. याद रहे कि भाजपा ने 104 सीटें जीती थीं और बहुमत के लिए उसे 112 सदस्यों का समर्थन चाहिए था. लेकिन भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे समर्थन नहीं मिला. इस बीच लगातार खबरें आ रही थीं कि भाजपा धमकी और लालच के बूते सरकार बनाना चाह रही थी.
इस दौरान नीतीश कुमार लगातार चुप थे. तेजस्वी ने इसी कारण उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया है.