बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद ने आरएसएस तथा भाजपा से मुकाबले के लिए माइक्रो मैनेजमेंट का कार्य शुरू कर दिया है। इसका नेतृत्व खुद तेजस्वी यादव कर रहे हैं। अभियान का नाम रखा गया है सामाजिक न्याय परिचर्चा। इस नाम से पहली नजर में लगता है कि पार्टी राज्य भर में गोष्ठियां करने वाली है। नौकरशाही डॉट कॉम ने राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन से इस अभियान के बारे में जानकारी मांगी, तो उन्होंने बताया कि परिचर्चा राज्य के सभी जिलों में होगी। इसके लिए पांच-पांच नेताओं की 24 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें 10-10 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगी तथा खास विषयों पर जिले, प्रखंड तथा पंचायत और बूथ स्तर के नेताओं को संबोधित करेंगी। इन टीमों में सारे वरिष्ठ नेता हैं। अब्दुल बारी सिद्दीकी से लेकर सभी सांसद, प्रवक्ता नीचे जिलों में जाएंगे। सबके लिए विषय भी विर्धारित कर दिए गए हैं।
राजद नेता पार्टी नेताओं को सामाजिक न्याय की राजनीति, भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति जैसे विषयों के अलावा चुनाव प्रबंधन कैसे करें, इस पर जिले के नेताओं को सजग और तैयार करेंगे।
एक राजद नेता ने कहा कि हमें मालूम है कि भाजपा किस प्रकार ऐन चुनाव से पहले तिकड़म करती है। अफवाह फैलाती है। इसका मुकाबला करने के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है। राजद के पक्ष में आम लोग हैं, सभाओं में भीड़ स्वतः जुटती है, लेकिन हर कार्यकर्ता को चौकन्ना रहना जरूरी है।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भाजपा ने इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं की सजगता से वह सफल नहीं हो पाई। इससे भाजपा बौखला गई है।