बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक सनसनीखेज बयान देते हुए कहा है कि बिहार में ट्रांस्फर इंडस्ट्री में 200 करोड़ का अवैध निवेश हो रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कुर्सी बाबू की अंतरआत्मा कब पलटी मार जाये.
तेजस्वी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पिछले पंद्रह दिनों में सैकड़ों अफसरों, डाक्टरों, इंजीनियरों का थोक भाव में ट्रांस्फर हुआ है और आगे भी होने की संभावना है.
तेजस्वी के इस बयान को हलके में इसलिए नहीं लिया जा सकता है क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर बैठे हैं और उन्हें सरकार व शासनतंत्र की अंदरूनी बातों की खूब जानकारी है. तेजस्वी ने साफ कहा है कि ट्रांस्फर पोस्टिंग के लिए खुली बोली लग रही है. यानी मनचाहा ट्रांस्फर के लिए मुहमांगी कीमत अफसरों व कर्मियों से वसूली जा रही है.
तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि बिहार में जून महीने में ट्रान्स्फ़र-पोस्टिंग के नाम पर तबादला इंडस्ट्री मे 200 करोड़ का अवैध निवेश हो रहा है।खुली बोली लग रही है। सभी मंत्री जान रहे है पता नहीं कब कुर्सी बाबू की अंतरात्मा पलटी मार जाए इसलिए सब 3 साल की अनिवार्यता दरकिनार कर मास लेवल पर तबादले कर लूट मचाए हुए है।
अब देखना है कि तेजस्वी यादव के इस गंभीर आरोप पर सरकार के मुखिया की तरफ से क्या जवाब आता है. विश्लेषकों का मानना है कि सरकार के उच्च पदों पर बैठे लोग अगर ट्रांस्फर के लिए खुली बोली लगा रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होना तय है लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो तेजस्वी के इस बयान को गंभीरता से लेते हुए सरकार को इस पर अपना पक्षा स्पष्ट करना चाहिए.