घृणा से भरे चैनलों के डिबेट में शामिल न होने के लिए तेजस्वी ने 24 दलों को लिखा पत्र
राजद नेता तेजस्वी यादव ने 24 विपक्षी दलों को पत्र लिख कर अनुरोध किया है कि भाजपा के एजेंडे पर काम करने वाले टीवी चैनलों के डिबेट को सामुहिक रूप से बॉयकॉट किया जाये.
तेजस्वी यादव ने यह पत्र राहुल गांधी, मायावती, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, असदुद्दीन ओवैसी, उपेंद्र कुशवाहा,ममता बनर्जी,चंद्राबाबू नायडू, सीताराम येचुरी,शरद पवार, सुधाकर रेड्डी, महबूबा मुफ्ती,एमके स्टालिन, फारूक अब्दुल्ला,दिपांकर भट्टा चार्य, के चंद्रशेखर राव,अ जित सिंह, एचडी देवेगौड़ा, हेमंत सोरेन, जीतन राम मांझी, बाबू लाल मरांडी, बदरुद्दीन अजमल, ओमप्रकाश चौटाला औऱ ओमप्रकाश राजभर को लिखा है.
तेजस्वी ने अपने पत्र में कहा है कि न्यूज चैनल के स्टुडियो में बैठे ऐंकर जिस तरह से भाजपा के पक्ष में खड़े हो कर काम कर रहे हैं वैसी स्थिति में उनका सिर्फ एक ही एजेंडा है कि वे विपक्षी पार्टियों के प्रवक्ताओं को मजबूती से उनका पक्ष रखने ना दें. इतना ही नहीं कार्पोरेट पूंजीपति द्वार संचालित चैनलों का उद्देश्य भाजपा के एजेंडा को लागू करना और उनका प्रचार करना है.
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ऐसी स्थिति में विपक्षी दलों को सामुहिक रूप से ऐसे न्यूज चैनलों का बॉयकॉट करना ही उचित रहेगा.
तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि हमारा मानना है कि टीवी चैनल के स्टुडियो फासीवादी ताकतों के कब्जे में हैं जहां किसी भी तरह की बौद्धिक व तर्कपूर्ण बहस संभव नहीं है.
तेजस्वी ने याद दिलाया है कि अनेक निष्पक्ष पत्रकारों ने भी ये अपील जारी की है कि दर्शकों को अगले दो महीने तक न्यूज चैनल देखना बंद कर देना चाहिए.
तेजस्वी ने लिखा है कि एक तरफ जहाँ हम भुखमरी, बेरोजगारी, किसान और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं वहीँ मुख्यधारा की मीडिया का एक बड़ा वर्ग BJP मुख्यालय द्वारा तय अजेंडे के तहत इन सरोकारों पर पर्दा डाल रहा है। आइए हम सामूहिक रूप से उन चैनलों का बहिष्कार करने का निर्णय लें..
तेजस्वी ने तमाम नेताओं को लिखे पत्र में कहा है कि जो हालात बना दिये गये हैं उनमें विपक्ष की आवाज को न सिर्फ दबाई जा रही है बल्कि विपक्ष के लोगों को स्वतंत्र रूप से बहस में शामिल हो कर बात रखने भी नहीं दिया जाता.
तेजस्वी ने तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से आग्रह किया है कि सभी मिलजुल कर यह फैसला लें कि हमें न्यूज चैनलों के स्टुडियो में प्रिस्क्रिप्टेड डिबेट का हिस्सा बन कर उनके एजेंडे को सफल नहीं होने देना है.