पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधान सभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने आज एक बार फिर से बिहार की एनडीए सरकार पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा कि बिहार चार महीनों में घोटालों का मैन्युफ़ैक्चरर स्टेट बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि घोटाले स्थापित होने के बावजूद किसी पर भी किसी प्रकार की कोई जांच-पड़ताल नहीं हो रही है. कोई दोषी-अपराधी नहीं ? उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि पता नहीं बिहार में कोई भूत-प्रेत घोटाले कर रहा है क्या ?
नौकरशाही डेस्क
दरअसल, तेजस्वी अपनी मां और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष उपस्थित होने की बात करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा – ‘हम पर कोई स्थापित अपराध नहीं है. फिर भी हम जांच-एजेंसियों को पूरा सहयोग कर रहे हैं. मेरी मां की तबियत ठीक नहीं होने के बावजूद भी आज ED को जांच में सहयोग कर रही है. वो IT को पहले ही उनकी जांच में योगदान दे चुकी है.
उन्होंने अपने एक दूसरे ट्विट में लिखा कि कोई क्राइम नहीं होने के बावजूद मैं IT, CBI और ED की जांच में दो बार गया. उन्होंने जहां बुलाया, वहां जाकर उनकी जाँच-पड़ताल में दिल से सहयोग कर चुका हूँ. लेकिन बिहार और देश में जो Established Crime कर रहे है, उनकी जांच तो दूर कोई ज़िक्र भी नहीं. उन्होंने आगे लिखा कि मुझ पर ज़बरदस्ती का FIR दर्ज किए. आज 150 दिन हो गए है, लेकिन ये चार्जशीट अभी तक दर्ज नहीं कर पाए है. जबकि इन्होंने सबूत ढूंढने के लिए सारी जगह छापे मार लिए. मुझसे अनेकों बार पूछताछ कर ली. साँच को आँच क्या ??
तेजस्वी ने सबूत बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ किया ही नहीं तो हमारे ख़िलाफ़ सबूत कहां से मिलेगा. अब ये लोग सबूत बनाना चाह रहे है. इनका एक बड़ा नेता सदन में मुझे धमकी देता है कि अब चार्जशीट भी करवा देंगे. स्पष्ट है कि वे अपनी जेबी एजेंसियों से यह सब केस करवा रहे हैं. मगर जनता से बड़ा कोई मालिक नहीं और भगवान से बड़ा कोई न्यायकर्ता नहीं.