आज रविदास जयंती के मौके पर हर दल उन्हें याद करता है, लेकिन याद करने का तरीका बेहद औपचारिक होता है। रविदास जयंती है, तो एक बयान दे दना है। सोशल मीडिया में उनका फोटो लगा कर बस दो शब्द कह देनी है। भाजपा ने ऐसा ही किया है। बिहार भाजपा ने ट्वीट किया समानता और सद्भाव का संदेश देकर रविदास जी ने समाज को मार्ग दिखाया। वहीं विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस अवसर पर आरएसएस की विचार पर हमला किया, साथ ही नीतीश कुमार के दलित जनाधार को भी बड़ा संदेश दे दिया।
तेजस्वी यादव ने रविदास जयंती पर मनुवाद पर हमला बोल दिया। कर्मकांड, अंधभक्ति पर भी हमला बोला। भेदभाव के खिलाफ तथा समतावादी समाज की बात करके संघ को घोरा। मनुस्मृति के खिलाफ दलितों को एक होने का संदेश दिया। याद रहे दलितों के बीच नीतीश कुमार का भी जनाधार है, उसे भी संदेश दे दिया कि नीतीश कुमार को देख लीजिए। वे मनुवादियों के साथ खड़े हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि अंधविश्वास, जातिवाद ,मनुवाद, पाखंड और कर्मकांडों का अपनी रचनाओं, दिव्य ज्ञान और दर्शन से विरोध कर समाज को जागरूक करने वाले महान समाज सुधारक, कवि और संत शिरोमणि परम पूज्य सदगुरु रविदास जी महाराज की पावन जयंती पर कोटि-कोटि प्रणाम, लख-लख वंदन और शत्-शत् नमन।
मन ही पूजा मन ही धूप । मन ही सेऊं सहज सरूप ॥
सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध और समतामूलक समाज के निर्माण में उनका अतुलनीय योगदान है।
रैदास जन्म के कारने होत न कोई नीच, नर कूं नीच कर डारि है, ओछे करम की नीच।