बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने जहां एक ओर सीएम नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार किया, वहीं आरएसएस चीफ डॉ मोहन भागवत द्वारा सेना को लेकर दिये बयान पर जवाब दिया. तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन में आप सीएम नहीं बड़े नेता थे. है ना !
नौकरशाही डेस्क
ट्विटर पर लिखा कि आपके चाबी वाले तोते बोलते थे. आपके चेहरे पर ही बारात निकली है. इंतज़ार किजीए थोड़े दिन में आप गठबंधन के मुख्यमंत्री भी नहीं रहेंगे. फल मिलेगा. बता दें कि सोमवार को बिहार में जीतन राम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा के बयानों से सरकार पर कितना फर्क के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वे बिहार में सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं, गठबंधन का नहीं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद तेजस्वी ने भी देर रात ट्विट कर सेना पर बयानबाजी मामले में आरएसएस चीफ डॉ मोहन भागवत को जवाब दिया. उन्होंने आरएसएस से मांफी मांगने की मांग करते हुए लिखा कि मोहन भागवत में हिम्मत है तो डोक़लाम में भेज दे संघियों को. क्यों बिल में छुपे है? चीनी हमारे देश में घुसे हुए है. पाकिस्तानी प्रतिदिन हमला करते है. सेना और सैनिकों का अपमान बंद कर अपनी निक्कर गैंग को वहाँ भेजे. थूक के पकौड़े ना उतारे. तेजस्वी ने लिखा – ‘किसी एक संघी का नाम बताओ जो सीमा पर शहीद हुआ हो या उसके परिवार से कोई शहीद हुआ हो. सेना का अपमान करना बंद करों. संघियों का देश को आज़ाद कराने में नहीं ग़ुलाम रखने में योगदान था.’