बलराम व शुभम की पाकिस्तानी आतंकी फंडिंग में गिरफ्तारी पर ओवैसी ने अमित शाह को घेरा
बलराम व शुभम नामक व्यक्तियों को पाकिस्तानी फंडिंग मामले में गिरफ्तारी पर ओवैसी ने पूछा कि उन पर आतंकी धाराओं में कार्रवाई होगी या यह मात्र एक खास समुदाय के लिए है.
बलराम, सुनील और शुभम नामक व्यक्तियों को पाकिस्तानी आतंकी फंडिंग सिंडिकेट के लिए काम करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है. इस मामले में असदुद्दीन ओवैसी ने अमित शाह से पूछा है कि क्या इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निवारण ऐक्ट का केस किया जायेगा या यह सिर्फ एक समुदाय पर ही लागू होगा?
पाकिस्तान आतंकी फंडिंग
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने इन तीनों को को पकड़ा था जिन्हें एटीएस ने अपनी हिरासत में ले लिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में बताया गया है कि इन तीनों में से एक बलराम सिंह को ऐसे ही आरोप में 2017 में भी गिरफ्तार किया गया था जो बाद में जमानत पर छूट गया था. जमानत मिलने के बाद बलराम ने आतंकी फंडिंग सिंडेक्ट का काम फिर से शुरू किया और उसने इस सिंडिकेट में नये युवकों को भी शामिल किया था, यह दावा स्थानीय पुलिस ने किया है.
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस के हवाले से लिखा है कि मध्यप्रदेश पुलिस ने बलराम सिंह, सुनील सिंह और शुभम मिश्रा समेत पांच लोगों को पकड़ा था. इनमें से तीनों को एटीएस ने अपने कब्जे में लिया है जबकि बाकी दो से पूछताछ की जा रही है. एटीएस ने उनके मोबाइल फोन भी जब्त किये हैं.
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सतना के एसपी रियाज इकबाल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि प्रथम दृष्ट्या यह आतंकी फंडिंग का मामला है.
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Balram was out on bail for a similar case & recruited new people to continue operations. Maybe, if @AmitShah was actually interested in national security & not imagined ‘internal enemies’, the country would be safer.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 23, 2019
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पुलिस का कहना है कि बलराम सिंह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के सम्पर्क में व्हाट्सऐप के जरिये रहता था. बलराम पाकिस्तानी हैंडलरों के इशारे पर अन्य लोगों के अकाउंट में पैसे ट्रास्फर किया करता था. वे इस बात का ध्यान रखते थे कि 50 हजार रुपये से कम का ट्रांजेक्शन हो.
इस बीच एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गृह मंत्री अमित शाह से पूछा है कि क्या इन तीन लोगों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस चलेगा या फिर यह धारा सिर्फ एक खास समुदाय के लोगों पर लागू होगी. ओवैसी ने ट्विट करके लिखा है कि मेरा मानना है कि आतंकवाद का किसी धर्म से कोई रिश्ता नहीं है.