त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद CPM समर्थकों के घरों पर हमले

त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद CPM समर्थकों के घरों पर हमले, आग लगाने, तोड़फोड़ करने के कई वीडियो आए हैं। सीपीएम ने वीडियो जारी कर गुंडागर्दी बताया।

त्रिपुरा में भाजपा की दोबारा जीत के बाद वहां से हिंसा की खबरें आ रही हैं। CPM समर्थकों के घरों पर हमले, आग लगाने, तोड़फोड़ करने के कई वीडियो आए हैं। पार्टी ने ऐसे वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। सवाल यह है कि आगजनी करनेवालों पर कार्रवाई कौन करेगा?

सीपीएम से जुड़े छात्र संगठन एसएफआई के महासचिव मयूख विश्वास ने ऐसा ही एक वीडियो जारी करके अंग्रेजी में लिखा है, जिसका अनुवाद है- त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद भाजपा का भयानक हमला जारी है। अधिकतर मामलों में भाजपा कार्यकर्ता आधी रात के बाद आगजनी करते देखे गए। इन्होंने सीपीएम और कांग्रेस समर्थकों के घरों को आग के हवाले कर दिया। यह समय प्रतिवाद और त्रिपुरा के पक्ष में खड़े होने का है।

CPM ने कहा-त्रिपुरा में चुनाव परिणाम आने के बाद ही एक बार फिर भाजपा की पोल खुल गयी है। लोकतंत्र और विपक्ष के प्रति उनकी नफरत साफ़ दिखाई देने लगी है। हमारे कई कार्यकर्ताओं के घर तोड़ दिए गए और अनेकों घरों में आग लगा दी है। क्या यही है भाजपा के लिए डेमोक्रेसी का मतलब?

पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा- इस तरह के हिंसक हमले पूरे त्रिपुरा में किए जा रहे हैं। दिन दहाड़े भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। भाजपा की राजनीति का अर्थ ही है आतंक की राजनीति। उन्होंने देश के लोगों से त्रिपुरा में हिंसा के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए त्रिपुरा के साथ खड़े हों। सीपीएम ने भाजपा द्वारा हमले किए जाने के कई वीडियो जारी किए हैं।

बड़ा सवाल यह है कि हमलों के खिलाफ कार्रवाई कौन करेगा। जिन पर आरोप है, उन्हीं पर हमले का आरोप है। सीपीएम और कांग्रेस त्रिपुरा में मुख्य विपक्षी दल हैं। लेकिन विपक्ष की आवाज सुनेगा कौन? देश के अन्य किसी विपक्षी दल ने त्रिपुरा की घटनाओं पर कोई प्रतिवाद नहीं जताया है। त्रिपुरा में विपक्ष के लिए चुनौती भरे दिन है।

हिंदुस्तान का फोटो फर्जी, 15 को फांसी बतानेवाले BJP नेता पर FIR

By Editor