AMD की फ्री कोचिंग से गरीब छात्राएं बन रहीं डॉक्टर
Association of Muslim Doctors (AMD) द्वारा दी जाने वाली फ्री रेजिडेंशियल कोचिंग की बदोलत 12 छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली मेडिकल की प्रवेश परीक्षा (NEET) में सफलता हासिल की है.
सिर्फ एक साल की अवधि में संस्थान में पढने वाली गरीब बच्चियों ने सफलता अर्जित कर ली है. बता दें कि पिछले साल AMD के अभिभावक और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर सर्जन डॉक्टर अब्दुल है (Dr A A Hai) ने समाज की गरीब बच्चियों को डॉक्टर बनाने का ख्वाब देखा और इस संसथान की शुरुआत की. लेकिन वह सिर्फ एक साल के अन्दर कोचिंग में पढने वाली छात्राओं की कामयाबी से काफी उत्साहित हैं.
AMD द्वारा राजधानी पटना में समाज के वंचित तबके से आने वाली बच्चियां जो डॉक्टर बनने का सपना देखती हैं उन्हें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रेजिडेंशियल कोचिंग सुविधा दी जा रही है. हालाँकि संस्थान पढ़कर चयनित 12 में से 9 छात्राओं का सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला होगा जबकि अन्य डेंटल कॉलेजों में अपना करियर बनायेंगी.
डॉक्टर हई ने नौकरशाही डॉट कॉम के चीफ एडिटर इर्शादुल हक़ के साथ बातचीत में बताया कि बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद भी संसथान में फिजिक्स की कक्षाएं लेते रहे जिससे छात्राओं को बहुत फायदा हुआ. उन्होंने कहा इस मिशन का मकसद छात्राओं की शैक्षणिक स्थिति में गुणात्मक सुधार करना है. हालाँकि लड़कियां अब तक पिछड़ी हुई हैं. हमलोगों ने उन्हें हर सुविधाएं दी जो ज़रूरी है.
संस्थान के सचिव अतहर अंसारी के अनुसार AMD की कोचिंग में पढने वाली आम्ब्रीन परवीन ने NEET प्रवेश परीक्षा में सबसे ज्यादा अंक लाये. उसे कुल 720 अंकों में 653 मिले और वह संस्थान की टोपर रहीं.
डॉक्टर अतहर अंसारी ने बताया कि फिलहाल हम मेडिकल कोचिंग की सुविधा दे रहे हैं. संसथान AMD-20-20 के दो भाग है. इसका मतलब संसथान 20 गरीब परिवारों से आने वाली छात्राओं को प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार लेकर एडमिशन दिया जाता है. उन्हें संसथान द्वारा (Fooding+Lodging+Coaching Classes) और हर सुविधा दी जाती है. दुसरे भाग में सामान्य परिवार से आने वाली छात्राओं को फीस के साथ मेडिकल की तैय्यारी करायी जाती है.
उन्होंने कहा कि हमारा नारा है “बेटी अपनाओ”. अगर हम खराब आर्थिक स्थिति वाली छात्राओं को मुफ्त में डॉक्टर बनायेंगे तब वह भी आगे बढेंगी और बाद में दूसरी गरीब छात्राओं को पढ़ाकर देश की सेवा करती रहेंगी.
संस्थान के आगे की योजना के बारे में बोलते हुए अतहर अंसारी ने बताया कि हमारी योजना अगली बार से लड़कों के लिए भी ऐसी ही कोचिंग व्यवस्था मुहैया कराना है. जिससे वह भी डॉक्टर बन सकें.
इसके अलावा अब हम इंजीनियरिंग, लॉ एवं सिविल सर्विसेज की तैय्यारी कराने की भी योजना बना रहे हैं. इसके लिए एक्सपर्ट्स से संपर्क किया जा रहा है.