खास बातें
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दिलीप मंडल ने एक ट्विट किया था जिसमें बहुजन एजेंडा का उल्लेख था.
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इस ट्विट को कम्युनिटी स्टंडर्ड के खिलाफ मानते हुए ट्विटर ने मंडल का अकाउंट सस्पेंड कर दिया
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इसके बाद हजारों लोगों ने आरोप लगाया कि ट्विटर बहुजनों की आवाज दबा रहा है
ट्विटर इंडिया ने पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप मंडल का ट्विटर हैंडल ब्लाक कर दिया है. मंडल ने एक ट्विट किया था जिसमें उन्होंने बहुजन एजेंडा के बारे में लिखा था और लोगों से अपील की थी कि जो भी यह एजेंडा मंगाना चाहे वह अपना ईमेल भेजे.
ट्विटर ने इसे अपने कम्युनिटी स्टंडर्ड के विरुद्ध बताते हुए मंडल का अकाउंट स्सपेंड कर दिया. इसके बाद दिन भर में करीब 15 हजार लोगों ने ट्विटर की इस कार्रवाई के विरुद्ध में ट्विट किया. फिलहाल #RestoreDilipMandal भारत में टॉप ट्रेंड कर गया है.
हजारों लोगों ने ट्विटर की इस कार्वाई को दलितों, पिछड़ों और बहुजनों की आवाज दबाने की कोशिश बताया है. इस अभियान में राजनीतिक दल व कद्दावर नेता भी कूद पड़े हैं. राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने आफिसियल अकाउंट से इस कार्वाई की कड़ी निंदा की है और ट्विटर से अपील की है कि वह तुरत मंडल का अकाउंट बहाल करे.
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने लिखा है कि दिलीप मंडल जी की बातों और विचारों से किसको डर है और किस बात का डर है?न्याय और समतामूलक दृष्टिकोण से देश और समाज बेहतर ही बनता है.
विकास जाटव ने लिखा प्रोफेसर दिलीप मंडल जी की इस पोस्ट को ट्विट्टर नियमो के विरुद्ध किस आधार पर बताया जा रहा है?. ट्विट्टर भारत के प्रतिनिधि कौन है?. उन्हें इस प्रकार की मानसिकता का त्याग करना चाहिए. यह छुपा हुआ जातिवाद है.
विजय जादव ने लिखा बहुजन लेखकों की आवाज़ को क्यो दबाया जा रहा है? कितने ही एकाउंट है जो हर समय सांप्रदायिक माहौल खराब हो ऐसी पोस्ट करते है , उन पर कभी कार्यवाही क्यों नहीं होती? क्या #ट्विटर जातिवादी हो गया है?
बिजेंद्र प्रसाद ने लिखा कि नफरत फैलाने वालों का अकाउंट कभी बंद नहीं होता. ट्विटर का यह दोगला रवैया है.
हंसराज मीणा ने लिखा है कि प्रिय, साथियों ! ट्विटर इंडिया (@TwitterIndia) ने फिर एक बार हमारी बहुजन और प्रगतिशील सोच की आवाज़ पर छुरा घोंपा हैं। कुछ दिन पहले मेरा और अब वरिष्ठ पत्रकार @dilipmandal साहब, का हैंडल सस्पेंड कर दिया। आएये उनका एकाउंट फिर से रिस्टोर करवाये और #RestoreDilipMandal का समर्थन करें।