Unnao का भूत : सपा के फैसले से भर चुनाव परेशान रहेगी भाजपा
उन्नाव दुष्कर्म कांड से देश वाकिफ है। भाजपा विधायक सेंगर को जेल भिजवाने वाली पीड़िता की मां आशा सिंह कांग्रेस प्रत्याशी हैं। सपा ने लिया बड़ा फैसला।
कुमार अनिल
Unnao का विधायक सेंगर दुष्कर्म मामले में जेल में है। इस दबंग विधायक नेे पीड़िता के साथ क्या-क्या नहीं किया। पिता को बुरी तरह पीटा गया। उनकी पुलिस हाजत में मौत हुई। पीड़िता के वकील को कुचल कर मारने की कोशिश हुई। इस पूरी लड़ाई को पीड़िता और उनकी मां आशा सिंह ने जिस साहस के साथ लड़ी, वह काबिले तारीफ है। वे आज भी लड़ रही हैं। उन्हीं आशा सिंह को कांग्रेस ने उन्नाव सीट से प्रत्याशी बनाया है।
आज खबर आ रही है कि समाजवादी पार्टी ने आशा सिंह के खिलाफ प्रत्याशी नहीं देने का फैसला किया है। अब लोग बसपा से भी मांग कर रहे हैं कि वह भी इस सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं दे। सपा के फैसले से आशा सिंह का संघर्ष मजबूत होगा।
सपा के फैसले का असर यह होगा कि भर चुनाव भाजपा परेशान रहेगी। यह सीट यूपी के प्रमुख सीटों में शुमार हो गया है। दुष्कर्म मामले में जेल में बंद सेंगर को बचाने के लिए भाजपा ने क्या-क्या नहीं किया। पूरा पुलिस-प्रशासन और भाजपा बचाने में लगी रही। यह हिला देनेवाली घटना तथा उसके खिलाफ पीड़िता और उनकी मां का संघर्ष भाजपा को परेशान करता रहेगा।
कल ही लेखक अशोक पांडेय ने सपा-बसपा से अपील की थी कि दोनों दल इस सीट पर आशा सिंह के खिलाफ प्रत्याशी न दें। आज सपा के फैसले की खबर आ रही है। अशोक कुमार पांडेय ने ट्वीट किया-कल मैंने यह अपील की थी। और भी कई लोगों ने यह अपील की थी। अब यह सुंदर खबर आई है कि उन्नाव में रेप पीडिता की माँ के विरुद्ध समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी। बसपा को भी यह निर्णय लेना चाहिए। आशा सिंह जी को विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए।
#कॉंग्रेस ने जिस विधानसभा सीट पर उन्नाव से उन्नाव रेप पीड़िता की माँ को टिकट दिया है, उस सीट पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
— sushmita mishra (@IAm_sush18) January 14, 2022
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