भोजपुर जिले के बिहियां थाना क्षेत्र के बिहियां में एक युवक की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत के बाद स्थानीय लोगो का आक्रोश उमड़ पड़ा और शहर में जमकर उत्पात,आगजनी और उपद्रव हुआ है। उपद्रव के दौरान एक महिला को निर्वस्त्र कर दौड़ा दौड़ा कर पीटे जाने की भी सुचना मिल रही है।
पुलिस की लापरवाही की बात सामने आते ही जिले के एसपी अवकाश कुमार ने आरा रेल थानाध्यक्ष और बिहियां थानाध्यक्ष सहित कुल आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एसपी ने पुलिसकर्मियों द्वारा घटना की जानकारी वरीय अधिकारियो को नहीं देने और समय पर कार्रवाई नहीं करने की बात कहते हुए सभी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया है। दारोगा धनंजय कुमार को बिहियां का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। इसके पूर्व के थानाध्यक्ष कुंवर गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है।
उपद्रव की आग ऐसी लगी कि बिहियां स्टेशन पर जमकर पत्थरबाजी हुई है और एक महिला को निर्वस्त्र कर लोगो ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। रहस्यमयी ढंग से बिहियां के रेड लाइट एरिया में एक युवक की हत्या के बाद भीड़ इतना उग्र हो गया कि देखते ही देखते शहर आग की चपेट में आ गया।
सोमवार की शाम बिहियां के वार्ड संख्या 13 स्थित रेड लाइट एरिया में एक 17 वर्षीय युवक का शव देखा गया। शव की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और लोग उग्र हो गए। युवक के शव के पास बिखरे उसके बैग की जांच करने पर उसमे मिले कागजातों के आधार पर मृतक की पहचान शाहपुर थाना के दामोदरपुर गांव निवासी गणेश साह के पुत्र विमलेश कुमार साह के रूप में हुई। घटना की सुचना किसी ने मृतक के परिजनों,पुलिस और जीआरपी को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की और उधर भीड़ आक्रामक हो गई। देखते ही देखते आगजनी,पत्थरबाजी और उपद्रव शुरू हो गया। मृतक युवक कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण के लिए नामांकन को लेकर आरा के धनुपरा स्थित सीआरसीसी गया हुआ था।
अब सवाल यह उठता है कि वह फिर बिहियां के रेड लाइट एरिया तक कैसे पहुँच गया और फिर उसकी मौत कैसे हुई? घटना ने बिहियां को उपद्रव की आग में झोंक दिया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। एसपी ने कड़ा एक्सन लिया है और पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।एसपी के त्वरित कार्रवाई के कारण बिहियां के उपद्रव पर काबू पा लिया गया गया है और पूरे मामले की जांच जारी है।