यूपी मॉडल : सचमुच के मरीजों पर मॉक ड्रील, 22 मर गए
70 वर्षों में कभी नहीं हुआ। यूपी के अस्पताल में सचमुच के मरीजों पर ऑक्सीजन मॉक ड्रील में सप्लाई बंद किया। 22 मरे। मतकों के प्रति डॉक्टर की भाषा आपत्तिजनक।
कोरोना मरीजों के इलाज में अस्पताल की लापरवाही, इलाज के नाम पर लूट की अनेक कहानियां लोग भूले नहीं हैं। अब यूपी में एक बेहद अमानवीय घटना सामने आई है। एक अस्पताल में सचमुच के मरीजों पर ऑक्सीजन का मॉक ड्रील किया गया। ऑक्सीजन सप्लाई को पांच मिनट के लिए बंद किया गया। इससे 22 मरीजों की मौत हो गई। घटना आगरा के एक अस्पताल की है।
यूपी के डाक्टर का वीडियो वायरल है, जिसमें वह कह रहा है कि पांच मिनट ऑक्सीजन बंद किया। 22 मरीज निबट गए। डॉक्टर जिस भाषा में बोल रहा है, इससे मरीजों के प्रति उसकी आपराधिक संवेदनहीनता स्पष्ट है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम-सीएम को घेरते हुए ट्वीट किया। पीएम- हमने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी। सीएम-आक्सीजन की कमी का अफवाह फैलानेवालों की संपत्ति जब्च होगी। आगरा में मॉक ड्रील में 22 मरीज मरे। जिम्मेदार कौन? युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास ने तंज कसते हुए ट्वीट किया-कल ही प्रधानमंत्री ने बताया था कि कैसे उनकी सरकार ने ऑक्सीजिन को लेकर युद्धस्तर पर काम किया था। गौरव पांधी ने कहा-सचमुच के मरीजों पर मॉक ड्रील ! ऐसा केवल यूपी में ही दुनिया के बेस्ट सीएम के नेतृत्व में हो सकता है, जहां जीवन का कोई महत्व नहीं।
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पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट किया-मॉक ड्रील में ऐसा प्रयोग केवल यूपी में हो सकता है कि ऑक्सीजन बंद करने से कौन-कौन मरीज बचता है? इतनी क्रूरता!
घटना अप्रील की है, लेकिन अब उसका वीडियो सामने आया है, जिसमें आगरा के पारस अस्पताल के मालिक अरिंजय जैन यह कह रहे हैं कि मॉक ड्रील किया गया कि देखें कौन-कौन मरीज बिना ऑक्सीजन के भी बचता है। अप्रील में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई थी और यूपी में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई थी। वीडियो सामने आने पर राज्य सरकार ने मामले की जांच का आदेश दिया है।