देश में दो प्रदेशों झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा के लिए वोट डाले जा रहे हैं, जबकि उप्र में 9 सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है। झारखंड में शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है। मुख्य विपक्षी दल भाजपो को भी खास शिकायतें नहीं हैं, जबकि उप्र में समाजवादी पार्टी ने जगह-जगह मतदाताओं को पुलिस द्वारा रोके जाने का आरोप लगाया है। उसने कई वीडियो शेयर किए हैं। न्यूज चैनलों पर भी मतदान से रोके गए मतदाताओं के वीडियो देखे जा सकते हैं। एक और खास बात यह कि तीनों प्रदेशों में सबसे ज्यादा झारखंड में मतदान हुआ है। शाम तीन बजे तक झारखंड में सबसे ज्यादा 61.47 प्रतिशत मतदान हो चुका है, जबकि महाराष्ट्र में तीन बजे तक 45.53 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं उप्र में दोपहर एक बजे तक 31.21 प्रतिशत मतदान की खबर है।
उप्र में मतदान के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग से गुहार लगाई की वह पुलिस द्वारा मतदाताओं के पहचानपत्र की जांच करने से रोके। सोशल मीडिया में ऐसे वीडियो की भरमार है, जिसमें मतदाता पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं। अखिलेश यादव ने थोड़ी देर पहले ट्वीट करके इब्राहिमपुर में महिला मतदाताओं के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने अविलंब एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सपा प्रमुख ने जिन मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया, उनसे अपील की कि वे दुबारा मतदान केंद्र जाकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। हालांकि समझा जा सकता है कि जिसे एक बार मतदान केंद्र से अपमानित करके वापस कर दिया गया, वह मतदाता घर से एक-दो किमी दूर कैसे मतदान करने दुबारा जाएगा। सोशल मीडिया में शिकायतों की भरमार है।
उधर झारखंड में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। झारखंड भाजपा के एक्स पर सिर्फ एक शिकायत दिखती है कि चंदनकियारी में मुस्लिम मतदाताओं ने मतदान केंद्र को हाईजैक कर लिया है। भाजपा ने यह आरोप नहीं नहीं लगाया है कि किसी को वोट देने से रोका जा रहा है। वहीं जेएमएम ने भी एक ही शिकायत की है जिसमें भाजपा नेता पर झामुमो समर्थक के हाथ-पैर तोड़ देने का आरोप लगाया गया है। पार्टी ने अस्पताल में भर्ती कार्यकर्ता का फोटो भी साझा किया है।
महाराष्ट्र में नोट बांटते भाजपा नेता का वीडियो सामने आने के बाद से सबकी नजर वहां के चुनाव पर है कि जिस प्रकार तिजोरी खोल कर पैसा बहाया जा रहा है, उसका वोटरों पर कितना असर पड़ता है।