मामला क्या है
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बिहार स्वास्थ्य समिति ने एक हजा से ज्यादा पदों पर नियुक्तियां निकाली हैं
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इन में पिछड़े वर्ग के लिए एक भी पद सुरक्षित नहीं किया गया.
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इससे पहले बीपीएससी सिविल सेवा में सामान्य वर्ग का कटआफ मार्क्स पिछड़ा वर्ग से भी कम था
आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा प्रकाशित विज्ञापन को ट्विटर पर शेयर करते हुए कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि लगता है पिछड़ों की हत्या की किसी से सुपारी ले ली है नीतीश कुमार जी ने.
कुशवाहा ने लिखा कि नीतीश जी वोट लेते हैं, सामाजिक न्याय के नाम पर । कुछ तो शर्म कीजिये सर। ऐसे ही नहीं बन्दूक उठा लेता है कोई नवजवान।आखिर अन्याय सहने की कोई सीमा तो होगी ?
काबिले जिक्र है कि बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति ने अपने विज्ञापन संख्या 7/ 19 के तहत फर्मासिस्ट के 1200 पदों के लिए संविदा के आधार पर नियुक्तिियां प्रकाशित की हैं. 30 हजार रुपये के मानदेय पर नियुक्ति के लिए सामान्य वर्ग के लिए 576, एससी के लिए 284, एसटी के लिए 20 अत्यंत पिछड़ों के लिए 244 निय्कतियों का ऐलान किया है लेकिन पिछड़ा वर्ग के लिए एक भी नियुक्ति की घोषणा नहीं की है.
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आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए यहां तक कह दिया है कि यह तो पिछड़ों की हत्या के लिए सुपारी लेने जैसा काम है. उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसी ही नाइंसाफियों के चलते नवजवान बंदूक उठा लेते हैं. कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी कुछ तो शर्म कीजिए.
आप को याद दिला दें कि पिछले कुछ महीनों से पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति की संभावनाये काफी कम होते जाने से युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.