उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से किया निष्कासित, राजद में विलय
उपेंद्र कुशवाहा के जदयू में विलय से पहले आज रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई प्रमुख नेताओं ने तेजस्वी यादव की उपस्थिति में पार्टी का राजद में विलय कर दिया।
कुमार अनिल
उपेंद्र कुशवाहा को आज बड़ा राजनीतिक झटका लगा। पार्टी के दर्जनों नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया और फिर तेजस्वी यादव की उपस्थिति में रालोसपा का विलय राजद में कर दिया।
घटनाक्रम की जानकारी खुद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दी। उन्होंने ट्विट किया कि रालोसपा के संस्थापक सदस्यों, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश के प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, राष्ट्रीय और प्रांतीय इकाई के कई प्रमुख नेताओं ने आज रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके बाद रालोसपा नेताओं ने पार्टी का विलय राजद में कर दिया।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने खुद रालोसपा नेताओं को पार्टी की सदस्यता दी।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि जिस प्रकार रालोसपा के सारे प्रमुख नेताओं ने पार्टी का राजद में विलय किया, उससे साफ है कि बिहार की जनता का विश्वास जदयू-भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर से पूरी तरह उठ चुका है। आम जनता की उम्मीदों का केंद्र अब राजद ही है। चितरंजन गगन ने रालोसपा के सारे नेताओं का राजद में स्वागत किया।
इससे पहले खबरें आ रही थीं कि रालोसपा का विलय जदयू में होगा। उसकी तिथि 15-16 मार्च बताई जा रही थी। लेकिन उससे तीन दिन पहले ही रालोसपा के बड़े नेताओं ने पार्टी का राजद में विलय कर दिया।
राजनीतिक हलकों में इसे उपेंद्र कुशवाहा को राजनीतिक झटका बताया जा रहा है। इस तरह पार्टी के प्रमुख नेताओं के राजद में विलय से खुद उपेंद्र कुशवाहा की स्थिति अब कमजोर होगी। अगर वे अपने सारे नेताओं को एकजुट रखते हुए जदयू में जाते, तो वे वहां बेहतर स्थिति में होते। लेकिन इस प्रकार उनके सहयोगियों के अलग होने से उनकी स्थिति कमजोर हुई मानी जा रही है।