उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा अध्यक्ष से की खुलेआम शिकायत, बाजार गर्म
भाजपा एमएसली ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में कहा कि शहाबुद्दीन ने ठीक ही कहा था, वे परिस्थितियों के सीएम हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने खुलकर जताई नाराजगी।
भाजपा के एमएलसी टुना जी पांडे ने एक टीवी टैनल से बात करते हुए कहा- शहाबुद्दीन ने सही बात कही थी, नीतीश कुमार सचमुच हैं ‘परिस्थितियों’ के मुख्यमंत्री। इसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा होने के बाद उन्होंने ट्वीट किया- मैंने जो कहा सच ही कहा, इस बार के भी हुए विधानसभा चुनाव में भी जनता ने @yadavtejashwi जी को अपना मत देकर चुना था लेकिन सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके नीतीश जी आज सत्ता में राज कर रहे हैं।
भाजपा एमएलसी के बयान के बाद जदयू को जवाब देना ही था। जवाब देने के लिए कोई प्रदेश प्रवक्ता को सामने करने के बजाय पार्टी के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जैसे बड़े नेता सामने आए। इससे यह स्पष्ट है कि जदयू ने भाजपा एमएलसी के बयान को गंभीरता से लिया है।
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया- यह बयान आप तक भी पहुंच ही रहा होगा, @sanjayjaiswalMP जी। ऐसा बयान अगर किसी जद(यू) के नेता ने भाजपा या उसके किसी नेता के बारे में दिया होता तो……अबतक………! उपेंद्र कुशवाहा ने डॉट-डॉट में बात की है। इसका अर्थ है कि वे बात आगे बढ़ाने से पहले चाहते हैं कि भाजपा की तरफ से बयान आए।
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राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि टुना जी पांडे ने वहीं कहा, जो सच है। देश जानता है, बिहार जानता है कि किस प्रकार तेजस्वी को चुनाव में समर्थन मिला था। गगन ने कहा कि जदयू-भाजपा का गठबंधन मजबूरी का गठबंधन है। नीतीश कुमार किसी भी सूरत में कुर्सी चाहते हैं और भाजपा भी मजबूर है। इस मजबूरी के गठबंधन से बिहार को नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोविड महामारी में इस मजबूरी के गठबंधन का सर्वाधिक नुकसान आम लोगों को उठाना पड़ा। आज भी 18 प्लस के लिए वैक्सीन बंद है, पर मजबूरी का गठबंधन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। हेमंत सोरोन ने फ्री वैक्सीन की मांग की, पर नीतीश चुप है। इसका नुकसान भी बिहार के विकास कार्यों पर पड़ेगा।