महुआ-हाजीपुर सड़क के सुंदर नगर के निकट कनहौली धनराज पंचायत के उप मुखिया के पति जितेंद्र साह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
बिहार में पंचायत चुनाव बीते आठ महीने हुए हैं. इन आठ महीनों में औसतन दो पंचायत प्रतिनिधि की हत्या हो रही है. इनमें सर्वाधिक संख्या मुखियों की है.
महुआ में शुक्रवार देर रात हुई उपमुखिया पति की हत्या से गुस्साए लोगों ने घटनास्थल के समीप सड़क जाम कर दिया। इस कारण दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। करीब सात घंटे तक लोगों ने सड़क जाम रखा। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि यह हत्या सियासी रंजिश से जुड़ा हो सकता है.
छौड़ादानो के उपप्रमुख पति रमेश यादव को गोलियों से भूना
कन्हौली धनराज पंचायत की उप मुखिया प्रियंका देवी के पति जितेंद्र शाह की किराना दुकान रानी पोखर में है। शुक्रवार वे दुकान पर गए थे। करीब 10 बजे रात में दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में सुंदर नगर के निकट घात लगाए एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उन्हें रोका। सीने में सटाकर गोली मार दी। दो गोली लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके बाद अपराधी फरार हो गए।
गुस्साए लोगों ने शनिवार सुबह से ही सड़क को पानापुर स्कूल के निकट जाम कर दिया। वे अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े थे।
पिछले वर्ष पंचायत चुनाव के बाद से लगातार मुखिया या दीगर पंचायत प्रतिनिधियों की हत्या हो रही है। पिछले 8 महीने में 13 से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों या मुखिया की हत्या हो चुकी है।
सहरसा जिले के सौरबाजार प्रखंड के खजूरी पंचायत के मुखिया रंजीत शाह को अपराधियों ने मौत के घाट उतार दिया। उधर बीते दो अप्रैल को छौड़ादानों के उपप्रमुख को गोली मार कर मौत के घात उतार दिया गया.
मुंगेर के नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड के अजीमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुडु की हत्या कर दी गई थी। गोपालगंज जिले के थावे थाना क्षेत्र की धतिवना पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया सुखल मुसहर की हत्या भी अपराधियों ने कर दी थी। पटना जिला के पंडारक पूर्वी से जीते प्रियरंजन कुमार उर्फ गोरेलाल की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड स्थित रामपुर फरीदपुर पंचायत के मुखिया नीरज कुमार की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।