वरुण गांधी कांग्रेस में जा रहे हैं. मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनेंगे. कल उन्होंने नाना पंडित जवाहरलाल नेहरू को इतिहास का सबसे महान नायक बताकर बीजेपी से अलग होने का माहौल बना दिया है….हेडगेवार, गोलवलकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय जैसे मामूली लोगों का तो वरुण गांधी नाम तक नहीं लेते.
Dilip Mandal
कांग्रेस वरुण को मुख्यमंत्री पद के लिए ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पेश करेगी.
नेहरू खानदान का यह वंशज जिंदगी भर सिर्फ एमपी बनकर बीजेपी की गुलामी करने वाला नहीं है. वे सारी उम्र किसी केशव मौर्या की पालकी ढोने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं.
बड़े भैया पीएम और छोटा भाई यूपी का सीएम.
यह है फॉर्मूला.
शीला दीक्षित की तबियत खराब होने ही वाली है. कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद ने कल टाइम्स ऑफ इंडिया को कहा है कि 27 साल बाद अब यूपी को ब्राह्मण चीफ मिनिस्टर चाहिए.
कांग्रेस यूपी में सबसे अधिक ब्राह्मण उम्मीदवार उतारेगी. अभी की बन रही लिस्ट के मुताबिक लगभग 150. बाकी और कोई भी पार्टी 75 सीट भी ब्राह्मणों को नहीं दे रही है.
कांग्रेस बनारस समेत कई शहरों में ब्राह्मण सम्मेलन भी करने वाली है. यह काम कोई और पार्टी नहीं करने वाली. बनारस से ब्राह्मण सम्मेलन शुरू करने का काफी महत्व है.
छोटे स्तर पर लखनऊ और इलाहाबाद में ब्राह्मण सम्मेलन हो चुका है, इसमें किसी भी गैर ब्राह्मण को आने नहीं दिया गया.
प्रशांत किशोर के रूप में एक ब्राह्मण को कांग्रेस ने यूपी चुनाव में रणनीति बनाने का जिम्मा सौंप कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं.
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