विकास दिवस पर युवाओं ने डाला रंग में भंग, सत्ता से टकराए
सीएम नीतीश कुमार के जन्मदिन पर जदयू ने विकास दिवस मनाया, वहीं नौजवानों ने रंग में भंग डालते हुए बेरोजगारी दिवस ट्रेंड कराया। प्रदर्शन भी किया।
कुमार अनिल
आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्मदिन है। एक तरफ जदयू ने आज विभिन्न जिलों में केक काटे और विकास दिवास मनाया, तो दूसरी तरफ युवाओं ने बिहार बेरोजगारी दिवस के रूप में याद किया। आज ही भाकपा माले से जुड़े नौजवानों ने रोजगार की मांग पर प्रदर्शन किया।
आज दिनभर सत्ता और नौजवान आमने-सामने रहे। जदयू कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों विशेषकर गांवों में सड़क, नल-जल योजना, महिला सशक्तीकरण को गिनाते रहे। कई जिलों में केक काटकर मुख्यमंत्री का जन्मदिन मनाया गया। सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और मुख्यमंत्री ने भी सबका आभार जताया।
तेजस्वी का असम दौरा, चुनाव में किसे फायदा, किसे नुकसान
लेकिन आज के दिन की चर्चा युवाओं के हैशटैग बिहार बेरोजगारी दिवस के कारण रही। इस हैशटैग से युवाओं ने सत्ता के रंग में भंग डाल दिया। ‘युवा हल्ला बोल बिहार’ ने ट्विट किया-बिहार की बेरोजगारी दर राष्ट्रीय दर से लगभग दोगुनी है। राकेश पांडे का ट्विट था- बिहार में 9 चरणों में रोजगार उपलब्ध है-प्रि., प्रश्नपत्र लीक, मेंस, प्रश्नपत्र लीक, धरना-प्रदर्शन, लाठीचार्ज, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई जांच और अंत में नौकरी पाने की उम्र समाप्त।\
मन की बात पर भारी पड़ा तेजस्वी का मुद्दा
बेरोजगारी दिवस पर नौजवानों को विपक्ष का साथ भी मिला। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा- मुझे सबसे अधिक खुशी इस बात की है कि आज बेरोजगारी एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। मैं शुरू से कहता आया हूं, मोदी नहीं, मुद्दे पर आइए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गलत नीतियों के कारण 7 करोड़ युवा बेरोजगार हैं।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा- इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है कि बिहार का युवा नौकरी के अभाव में इच्छा-मृत्यु मांग रहा है। शिक्षक अभ्यर्थी भी आज फिर सत्ता से सावल करते नजर आए।