विश्व चैंपियन को हरा देने वाली तथा लगातार तीन मैच जीत कर फाइनल में पहुंची विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण मुकाबले से बाहर कर दिया गया। जदयू ने कहा कि वह फाइनल मुकाबला जीतने के करीब थी। उसके साथ षडयंत्र किया गया। भारत सरकार ओलिंपिक कमेटी पर जांच के लिए दबाव बनाए। कांग्रेस ने भी फोगाट के साथ किसी साजिश की आशंका जताई है। हालांकि पूरा देश विनेश की उपलब्धियों पर अब भी गर्व कर रहा है, लेकिन मुकाबले से बाहर होने पर सभी दुखी भी हैं। इस बीच इंडिया गठबंधन के सांसदों ने विनेश को न्याय दिलाने के लिए संसद परिसर में प्रदर्शन किया।
जदयू के राष्ट्रीय नेता केसी त्यागी ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि विनेश ने शानदार खेलते हुए सेमिफाइनल जीता। उसने नंबर वन खिलाड़ी तथा विश्व चैंपियन को मात दी। फाइनल में उसके जीतने की पूरी संभावना थी। उसके साथ ,डयंत्र किया गया है। पहले भी ओलिंपिक में ऐसी शिकायतें आई हैं। केसी त्यागी ने भारत सरकार से मामले की जांच करवाने की मांग की है।
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इधर संसद परिसर में इंडिया गठबंधन के सांसदों ने आज के दिन को ब्लैक डे कहते हुए प्रदर्शन किया। सांसदों ने विनेश को न्याय दिलाने की मांग की। हरियाणा से आने वाले कांग्रेस नेता सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा जापान की महिला पहलवान जो 42 बाउट में नहीं हारी, उसे हमारी बेटी विनेश फोगाट ने कुछ ही क्षणों में हरा दिया। वो भी जब 2023 में वो दिल्ली की सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रही थी। इसके बाद भी उसने देश का तिरंगा ऊंचा कर दिया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री कह रहे हैं- अब वापस आ जाओ। अगर कोई और प्रधानमंत्री होता तो खेल मंत्री को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक एसोसिएशन भेजकर विरोध दर्ज करवाता। इस पूरे मामले की जांच होती और विनेश को न्याय मिलता। ये सवाल सिर्फ विनेश का नहीं है, ये हर उस खिलाड़ी का है जो देश के तिरंगे के लिए अपने जान की बाजी लगाता है। आज मोदी सरकार ने उन सभी को निराश किया है।