ये पहले वाली कांग्रेस नहीं है कि कुछ भी बोल दो, कांग्रेस चुप रहेगी। हाल में भाजपा के कई मंत्रियों, विधायकों ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ हिंसा भड़कानेवाले बयान दिए हैं। आज कांग्रेस के बड़े नेताओं ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कह दिया कि हिंसक बयान देने वालों को कांग्रेस छोड़ेगी नहीं। कहा कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पार्टी नेताओं ने यह भी कहा कि ये भड़काऊ बयान दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर दिए जा रहे हैं। पार्टी के प्रदेश नेताओं ने भी अपने-अपने प्रदेश में भाजपा नेताओं के हिंसक बयानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस बीच दिल्ली में युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और हिंसक बयान देने वाले भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस के कानूनी विभाग के चेयरमैन अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस वार्ता में कहा कि हिंसक बयान देने वालों को सजा दिलाई जाएगी।
सिंघवी ने कहा कि BJP नेताओं की राहुल गांधी जी पर की गई टिप्पणी, राहुल गांधी जी के अस्तित्व को खतरे में डालने की एक सोची समझी साजिश है। ये हिंसा और जंगलराज वाली राजनीति है, जिसकी परिभाषा में सिर्फ भय और घृणा है। सच्चाई ये है कि BJP में ऐसे हिंसक वक्तव्य ही प्रमोशन का जरिया हैं। लेकिन, हम हर कानूनी तरीके का प्रयोग करेंगे और ऐसे लोगों को सजा दिलवाएंगे।
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याद रहे 11 सितंबर को भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवा ने राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी दी। 15 सितंबर को केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी कहा। 16 सितंबर को उप्र सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने भी राहुल गांधी को देश का नंबर वन आतंकवादी कहा। महाराष्ट्र में भाजपा के सहयोगी विधायक ने राहुल गांधी की जीभ काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपए देने की घोषणा की।
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