लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज तथ्यों के साथ बता दिया कि किस प्रकार देश में चुनाव की चोरी की जा रही है। उन्होंने एक-एक करके गोदी मीडिया और भाजपा के प्रचार को तार-तार कर दिया। बताया कि कर्नाटक के सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा वोटों की चोरी की गई। राहुल गांधी की एक टीम ने सात महीने तक लगातार काम करके तथ्य जमा किए। उनके इस खुलासे का बिहार की राजनीति पर गहरा असर पड़ना तय है।

राहुल ने दिल्ली में बताया कि उन्हें हरियाणा, मध्यप्रदेश के चुनाव परिणाम के वक्त ही शक हुआ था, लेकिन उनके पास कोई प्रमाण नहीं था। वो खुल कर बोल नहीं पा रहे थे। फिर महाराष्ट्र के चुनाव ने शक की पुष्टि कर दी। वहां शाम साढ़े पांच बजे के बाद लाखों मत पड़े, ऐसा चुनाव आयोग ने बताया। जब हमने वीडियो मांगा तो चुनाव आयोग ने देने से इनकार दर दिया। फिर कहा कि 45 दिन बाद ही हम वीडियो को नष्ट कर देंगे। इससे हमारा विश्वास और मजबूत हुआ कि चुनाव की चोरी की जा रही है। इसके बाद हमने एक विधानसभा में जांच करने की ठानी।

कर्नाटक के सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा वोटों की चोरी की गई। इनमें डुप्लीकेट मतदाता, जिनके नाम चार-पांच जगह हैं, ऐसे मतदाताओं की संख्या 11965 है। फर्जी पते वाले 40 हजार 452 मतदाता पाए गए, जिनके पता के आगे जीरो लिखा है। पति या पिता का नाम वाई जेडएल कुछ भी टाइप कर दिया गया है।  एक ही पजे पर 40-59 मतदाता हैं, ऐसे मतदाताओं की संख्या 10 हजार 452 है। एक कमरे के मकान में 40 मतदाताओं के नाम हैं। फॉर्म 6 का दुरुपयोग करके 33 हजार 692 मतदाता बनाए गए। इनमें 18 से 22 के मतदाता नहीं हैं, बल्कि 60, 70 वर्ष के मतदाता बनाए गए हैं।

राहुल गांधी के इस खुलासे से बिहार की राजनीति भी गरमाएगी। याद रहे 17 अगस्त से राहुल गांधी, तेजस्वी यादव बिहार में वोट चोरी के खिलाफ यात्रा करने वाले हैं।

राहुल गांधी के खुलासे के बाद भाजपा और एनडीए में सन्नाटा है। राहुल के खिलाफ किसी प्रवक्ता ने अब तक कुछ नहीं कहा है। चुनाव आयोग भी पहले की तरह मौन है। राहुल गांधी ने कहा कि वे देश को बता रहे हैं कि क्स प्रकार लोकतंत्र को खत्म कर दिया गया है। वे कल कर्नाटक में इसी सवाल पर मार्च निकालेंगे।

 

By Editor