वक्फ संशोधन बिल पर बनी संसदीय समिति 13 नवंबर को पटना पहुंचेगी। समिति सरकार के विभिन्न विभागों के साथ ही विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेगी। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आजमी बारी ने मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध लोगों से अपील की है कि वे वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ अपने विचारों से समिति को अवगत कराएं। याद रहे वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ देश भर के मुस्लिमों ने विरोध किया है। विरोध में अब तक रिकॉर्ड दो करोड़ से अधिक ई-मेल संसदीय समिति को भेजे जा चुके हैं।
कांग्रेस नेता आजमी बारी वक्फ संबंधी मामलों की गहरी जानकारी रखते हैं। साथ ही वे मुस्लिम हितों के लिए भी संघर्ष करते रहे हैं। उन्होंने नौकरशाही डॉट कॉम से कहा कि बिहार के मुसलमानों के लिए यह बड़ा अवसर है। संसदीय समिति बिहार आ रही है। इसीलिए 13 नवंबर को पटना पहुंच कर समिति के सामने तथ्यों के साथ अपनी बात रखें, ताकि मुसलमानों को संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों की रक्षा हो सके।
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आजमी बारी ने कहा कि संसदीय समिति लोगों के विचार के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे संसद में पेश किया जाएगा। इसलिए समिति को तर्क तथा तथ्य के साथ बताना जरूरी है कि कैसे वक्फ संशोधन बिल मुसलमानों की धार्मिक आजादी पर हमला है। बारी ने कहा कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ देशभर में माहैल बनाया जा रहा है, ताकि संशोधन बिल के औचित्य को साबित किया जा सके, लेकिन हकीकत यही है कि केंद्र सरकार मुसलमानों की संपत्ति तथा धार्मिक आजादी के अधिकार को छीनना चाहती है। इसीलिए प्रबुद्ध लोगों को आगे आ कर अपनी बात समिति के सामने दर्ज करानी चाहिए।
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