वली रहमानी ने थामा मोर्चा, 25 को CAA के खिलाफ मानव श्रृंखला व 29 को भारत बंद में होंगे शामिल
CAA यानी नागिरकता कानून के खिलाफ करीब डेढ महीने से चल रहे आंदोलन में इमारत शरिया तो शामिल था लेकिन इसके प्रमुख मौलाना वली रहमानी ने अब खुद आंदोलन की कमान अपने हाथों में ले लिया है.
आंदोलन को नयी धार देने के लिए इमारत शरिया में बुलाई गयी बैठक में अमीर ए शरियत मौलाना वली रहमानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा कांग्रेस नेता सदानंद सिंह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव , राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद, सीपीआई के सत्य नारायण सिंह, माले के धीरेंद्र सिंह ,पूर्व मंत्री नागमणि सहित विभिन्न धार्मिक संगठनों के नेता एवं बामसेफ के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
कुछ आलोचक यह सवाल कर रहे थे कि नागरिकता के काले कानून के खिलाफ मौलाना वली रहमानी खामोश हैं. पिछले दिनों भारत बंद में भले ही इमारत शरिया के दीगर नेता शामिल थे लेकि मौलाना रहमानी नदारद थे. उन आलोचकों को इमारत शरिया ने एक तरह से जवाब दिया है.
काबिले जिक्र है कि बामसेफ के राजनीतक संगठन भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा नागरिकता कानून के खिलाफ 29 जनवरी को बुलाये गये बंद का समर्थन भीम आर्मी भी कर चुकी है. हालांकि इस बंद की तैयारियों के सिलसिले में हई बैठक में राजद के प्रतिनिधियों ने हि्स्सा नहीं लिया है.
बताया जाता है कि इमारत शरिया में आयोजित इस बैठक में 24 राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया व बामसेफ के भारत बंद का समरथन किया. बामसेफ ने भारत बंद का ऐलान काफी पहले किया था. सूत्रों को कहना है कि 29 जनवरी को आयोजित भारत बंद से पहले 25 जनवरी को मानव श्रृंखला आयोजित करने का प्रस्ताव मौलाना रहमानी ने रखा.